सावधान! इस दिवाली आपकी थाली में मिठाई है या फिर जहर? जानिए मिलावटखोरी का पूरा खेल
जो मिठाई आप या फिर आप किसी के लिये लेकर जा रहे हैं. वो मिठाई कम जहर तो नहीं इसका भी आपको पता होना चाहिए. दीपावली पर सबसे ज्यादा नकली सामान बनाने और मिठाई बनाने का कारोबार होता है.
Adulterated Sweets On Diwali 2022: दिवाली के त्योहार पर मिलावटखोर भी जमकर एक्टिव हो चुके हैं और लगातार लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. इसे लेकर राजस्थान से लेकर यूपी और देश के तमाम शहरों में छापेमारी जारी है, जिसमें सैकड़ों क्विंटल नकली मावा, मिठाई और दूध बरामद हो रहा है. इस मिलावटखोरी में नामचीन दुकानें भी शामिल हैं. यानी त्योहार के मौके पर लोगों के घरों तक जहर परोसने की पूरी तैयारी की जा रही है. ये भी पढ़ें- Diwali 2022 Recipe: दिवाली पर मेहमानों को खिलाएं नमक पारा और शक्कर पारा, जानें इन पारंपरिक व्यंजनों को बनाने की आसान विधि (Watch Video)
अगर त्योहार की मुबारकबाद दूसरे के घर पर जाकर दे रहे हैं तो साथ में मिठाई जरूर होनी चाहिए. लेकिन जरा सावधान हो जाएं. जो मिठाई आप या फिर आप किसी के लिये लेकर जा रहे हैं. वो मिठाई कम जहर तो नहीं इसका भी आपको पता होना चाहिए. दीपावली पर सबसे ज्यादा नकली सामान बनाने और मिठाई बनाने का कारोबार होता है.
जानकार बताते हैं कि त्योहारों पर मिठाई बनाने के लिये इस्तेमाल होने वाले सामान की मांग सौ गुना बढ़ जाती है. जबकि उत्पादन एक मात्रा में ही होता है. मांग को पूरा करने के लिये मिलावटखोर सक्रिय हो जाते हैं. जो सिंथेटिक मावा, खोया,दूध, दही पनीर बनाकर लाखों रुपए का मुनाफा कमाते हैं. जबकि इन सिंथेटिक सामान से बनने वाली मिठाइयों से लोग बीमार होकर गंभीर बिमारियों का शिकार हो जाते हैं.
नकली मावा
मिनलावट खोरों की मानें तो एक किलो असली दूध से 200 ग्राम मावा निकलता है. लेकिन त्योहारों में मांग ज्यादा होने पर और मांग को पूरा करने के लिये वो मिलावटी मावा बनाने के लिये शकरकंदी,आलू, मैदा, आयोडिन, आटा, कुछ कैमिकल और सिंघाड़े का आटा आदि का इस्तेमाल करते हैं.
सिंथेटिक दूध
सिंथेटिक दूध बनाने के लिये कपड़े धोने वाला डिटर्जेंट सोडा, फॉरेमैलिन और वाशिंग पाउडर, यूरिया का इस्तेमाल करते हैं. जो सफेद दूध से भी ज्यादा सफेद दिखाई देता है. लेकिन उबालने पर उसमें पीला रंग सामने दिखाई देता है. इसका सेवन करने से फूड पॉयजनिंग, किडनी और लिवर की बीमारी,दस्त हो सकता है.
मिठाई से मोह हुआ कम
मिलावटी मिठाईयों को देखते हुए अब लोगों में जागरूकता भी आई है. मिठाईयों की खरीदारी से लोगों का मोह कम हो रहा है. अब लोग नमकीन,चॉकलेट और फ्रूट पैकेटों खरीद रहे हैं. कई जगह तो भोग की थाली में मिठाई कम और चॉकलेट व नमकीन ज्यादा दिखाई देने लगा है.