World AIDS Day 2024 Quotes: वर्ल्ड एड्स डे! इन पावरफुल हिंदी Slogans, WhatsApp Stickers, GIF Messages, SMS के जरिए फैलाएं जागरूकता
विश्व एड्स दिवस यानी वर्ल्ड एड्स डे पर एचआईवी/एड्स के बारे में दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि इससे पीड़ित लोग कलंक और भेदभाव के बिना समाज में सुरक्षित व सम्मानजनक जीवन जी सकें. ऐसे में इस अवसर पर आप इन पावरफुल हिंदी कोट्स, स्लोगन, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ मैसेजेस, एसएमएस को शेयर करके एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता फैला सकते हैं.
World AIDS Day 2024 Quotes in Hindi: एड्स (AIDS), एचआईवी (HIV) वायरस के संक्रमण से होने वाली एक जानलेवा और लाइलाज बीमारी है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाकर, शरीर के संक्रमण और बीमारी से लड़ने की क्षमता को काफी कमजोर कर देती है. एसटीआई के अलावा यह संक्रमण संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित व्यक्ति को लगे इंजेक्शन का उपयोग करने, संक्रमित मां से उसके बच्चे में फैल सकता है. ऐसे में इस लाइलाज और गंभीर बीमारी के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के मकसद से हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस यानी वर्ल्ड एड्स डे (World AIDS Day) मनाया जाता है. इस खास मौके पर एचआईवी (HIV) संक्रमण के प्रति सभी उम्र के लोगों को जागरूक किया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) यानी डब्ल्यूएचओ (WHO) ने इस दिवस को मनाने की शुरुआत साल 1988 में की थी. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य एचआईवी/एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करना और इस बीमारी से प्रभावित लोगों को सपोर्ट करना है.
विश्व एड्स दिवस यानी वर्ल्ड एड्स डे पर एचआईवी/एड्स के बारे में दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि इससे पीड़ित लोग कलंक और भेदभाव के बिना समाज में सुरक्षित व सम्मानजनक जीवन जी सकें. ऐसे में इस अवसर पर आप इन पावरफुल हिंदी कोट्स, स्लोगन, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ मैसेजेस, एसएमएस को शेयर करके एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता फैला सकते हैं.
दरअसल, एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) का खतरा वैश्विक स्तर पर बढ़ा हुआ है, जो ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होता है. असुरक्षित यौन संबंध के अलावा यह गंभीर बीमारी कई और तरीकों से फैल सकती है. ऐसे में एक दिसंबर को मनाया जाने वाला विश्व एड्स दिवस इस लाइलाज और जानलेवा बीमारी से निपटने व इसके प्रति जन जागरूकता फैलाने का एक अच्छा मौका होता है, इसलिए इस दिन इस गंभीर बीमारी की नई दवाओं के साथ-साथ उपचार में होने वाले सुधार के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास किया जाता है.