Vijayadashami 2021 Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल आश्विन मास के शुक्लपक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी (Vijayadashami) यानी दशहरे (Dussehra) का त्योहार मनाया जाता है. इस साल विजयादशमी का त्योहार 15 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. दरअसल, शारदीय नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा (Maa Durga) के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना करने के बाद दसवें दिन विजयादशमी मनाई जाती है. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई, असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक माना जाता है. इस दिन कई जगहों पर लंकापति रावण के पुतले का दहन किया जाता है. वहीं शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) के दौरान कई जगहों पर रामलीला का मंचन किया जाता है. इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 7 अक्टूबर से हुई है और विजयादशमी के साथ इसका समापन होगा.
कहा जाता है कि विजयादशमी यानी दशहरा के दिन ही भगवान श्रीराम को लंकापति रावण पर विजय प्राप्त हुई थी, इसलिए इस दिन को अधर्म पर धर्म की जीत के तौर पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस खास अवसर पर शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी किया जाता है. आप भी इन शानदार हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, कोट्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- जैसे राम जी ने जीता लंका को,
वैसे आप भी जीतें सारी दुनिया,
इस दशहरे मिल जाएं आपको,
दुनिया भर की सारी खुशियां.
विजयादशमी की शुभकामनाएं
2- कभी भी दुःख का आप पर पड़े ना साया,
राम जी के नाम का ऐसा असर है छाया,
हर पल धन-धान्य आए आपके अंगना,
है वियजदशमी पर मेरी यही मनोकामना.
विजयादशमी की शुभकामनाएं
3- अधर्म पर धर्म की विजय, असत्य पर सत्य की विजय,
बुराई पर अच्छाई की विजय, पाप पर पुण्य की विजय,
अत्याचार पर सदाचार की विजय, क्रोध पर दया-क्षमा की विजय,
अज्ञान पर ज्ञान की विजय, रावण पर श्रीराम की विजय.
विजयादशमी की शुभकामनाएं
4- शांति अमन के इस देश से,
अब बुराई को मिटाना होगा,
आतंकी रावण का दहन करने,
आज फिर श्री राम को आना होगा.
विजयादशमी की शुभकामनाएं
5- दहन पुतलो का ही नहीं,
बुरे विचारो का भी करना होगा,
श्री राम का करके स्मरण,
हर रावण से लड़ना होगा.
विजयादशमी की शुभकामनाएं
शारदीय नवरात्रि से जुड़ी प्रचलिक कथा के अनुसार, कहा जाता है कि रावण से युद्द करने से पहले भगवान राम ने नवरात्रि का व्रत रखकर देवी दुर्गा की उपासना की थी, जिसके परिणाम स्वरूप विजयादशमी के दिन उन्हें रावण पर विजय मिली थी. इसके अलावा कहा जाता है कि पूरे नौ दिनों तक महिषासुर नाम के असुर से युद्ध करने के बाद देवी दुर्गा ने विजयादशमी के दिन उसका संहार किया था.