Vat Purnima 2024 Messages in Hindi: आज (21 जून 2024) वट पूर्णिमा (Vat Purnima) का त्योहार मनाया जा रहा है. दरअसल, अखंड सौभाग्य की कामना से विवाहित महिलाओं द्वारा मनाए जाने वाले शुभ त्योहारों में वट पूर्णिमा व्रत (Vat Purnima Vrat) भी शामिल है. इस पर्व को विवाहित महिलाएं बड़ी श्रद्धा और समर्पण के साथ मनाती हैं. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए प्रार्थना करती हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यह पर्व वट सावित्री व्रत के समान है, जिसे हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छ और सुंदर वस्त्र धारण करना चाहिए. इस दिन व्रत रखकर सोलह श्रृंगार करके महिलाएं वट वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा-आराधना करती हैं. पूजा के समय शुद्ध जल और कच्चा दूध वट वृक्ष में अर्पित किया जाता है, फिर वृक्ष के तने में कच्चा सूत लपेटकर सात परिक्रमा की जाती है.
प्रचलित पौराणिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत के जरिए सावित्री यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राणों को वापस लाई थीं, इसलिए इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र, अच्छी सेहत और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना से व्रत रखती हैं. इस अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस, शायरी को शेयर कर हैप्पी वट पूर्णिमा कहकर बधाई दे सकती हैं.
गौरतलब है कि उत्तर भारत के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और ओडिशा जैसे राज्यों में सुहागन महिलाएं ज्येष्ठ अमावस्या को वट सावित्री का व्रत (Vat Savitri Vrat) करती हैं, जबकि उसके पंद्रह दिन बाद ज्येष्ठ पूर्णिमा को महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण भारत में महिलाएं व्रत रखकर वट वृक्ष की पूजा करती हैं, जिसे वट पूर्णिमा कहा जाता है. इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना से व्रत रखकर वट वृक्ष की पूजा करती हैं. पूजन के दौरान सत्यवान और सावित्री की कथा सुनी जाती है.