Somvati Amavasya 2019: दरिद्रता को दूर करने के लिए सोमवती अमावस्या पर करें ये खास उपाय, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

ज्योतिष शास्त्र में सोमवती अमावस्या की तिथि को विशेष माना जता है. कहा जाता है कि इस दिन किए गए उपाय या टोटके जीवन की समस्त परेशानियों को दूर करके शुभ फल प्रदान करते हैं.

सोमवती अमावस्या 2019 (Photo Credits: Pixabay)

Somvati Amavasya 2019: हर महीने की अमावस्या तिथि (Amavasya Tithi) पर पवित्र नदी में स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व बताया जाता है, लेकिन इनमें सोमवार को जो अमावस्या पड़ती है और उसे सोमवती अमावस्या (Somvati Mavasya) कहा जाता है. हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. 3 जून को पड़नेवाली सोमवती अमावस्या बेहद खास है, क्योंकि इस दिन शनि जयंती (Shani Jayanti) और वट सावित्री व्रत (Vat Savitri Vrat) भी पड़ रहा है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग और गज केसरी योग में सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी.

ज्योतिष शास्त्र में सोमवती अमावस्या की तिथि को विशेष माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन किए गए उपाय या टोटके जीवन की समस्त परेशानियों को दूर करके शुभ फल प्रदान करते हैं. चलिए जानते हैं सोमवती अमावस्या का शुभ मुहूर्त और इस दिए किए जाने वाले आसान टोटके.

मौन व्रत रखने से मन होता है शुद्ध

साल 2019 में तीन सोमवती अमावस्या की तिथि पड़ रही है. इससे पहले 4 फरवरी को सोमवती अमावस्या थी, दूसरी 3 जून को और तीसरी 28 अक्टूबर को पड़ रही है. कहा जाता है कि सोमवती अमावस्या पर मौन व्रत रहकर ईश्वर का ध्यान करने से मन और आत्मा की शुद्धि होती है. मौन व्रत रखने के अलावा इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने से एक हजार गायों के दान बराबर पुण्य मिलता है. यह भी पढ़ें: Shani Jayanti 2019: शनि जयंती पर जरूर करें ये उपाय, शनिदेव होंगे प्रसन्न और दिलाएंगे जीवन की सारी परेशानियों से मुक्ति

तुलसी की परिक्रमा से दूर होती है दरिद्रता

कहा जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से दरिद्रता दूर होती है. इसके साथ ही अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन पूर्वजों का तर्पण किया जाता है और पितृदोष शांति के लिए उपाय किए जाते हैं. इस दिन व्रत रखकर पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर शनि मंत्र का जप करना चाहिए और पीपल के पेड़ के चारों ओर 108 परिक्रमा करनी चाहिए.

सोमवती अमावस्या का शुभ मुहूर्त

अमावस्या प्रारंभ- 3 जून 2019 को सुबह 5.49 मिनट से.

अमावस्या समाप्ति- 4 जून 2019 को सुबह 5.49 बजे तक.

सोमवती अमावस्या के टोटके

गौरतलब है कि इस दिन किए गए टोटके जल्दी अपना प्रभाव दिखाते हैं, लेकिन इस दिन शराब, सिगरेट और तामसी चीजों से दूर रहना चाहिए वरना भाग्य और सेहत पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.      

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