Shabari Jayanti 2022 Wishes & Images: शबरी जयंती की इन WhatsApp Status, Wallpapers, Photo Messages, GIF Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
माता शबरी को समर्पित शबरी जयंती पर उनकी विशेष पूजा-अर्चना करने के साथ ही लोग शुभकामना संदेशों का आदान प्रदान भी करते हैं. इस शुभ अवसर पर आप भी इन शानदार विशेज, इमेजेस, वॉट्सऐप स्टेटस, वॉलपेपर्स, फोटो मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स के जरिए अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और प्रियजनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Shabari Jayanti 2022 Wishes & Images: हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को शबरी जयंती (Shabari Jayanti) मनाई जाती है. इस साल शबरी जयंती आज यानी 24 फरवरी 2022 को मनाई जा रही है. दरअसल, रामायण (Ramayan) में कई पात्रों का वर्णन किया गया है, जिसमें से एक शबरी (Mata Shabari) भी हैं. भगवान राम (Lord Ram) ने शबरी की भक्ति को पूर्ण करने के लिए उनके जूठे बेर खाए थे, इसलिए इस दिन माता शबरी की पूजा-अर्चना की जाती है. माता शबरी ने भगवान राम की भक्ति करके मोक्ष प्राप्त किया था, इसलिए माना जाता है कि माता शबरी की पूजा करने से भगवान राम की कृपा प्राप्त होती है. इस दिन माता शबरी की स्मृति यात्रा निकाली जाती है और रामायण का पाठ कराया जाता है.
माता शबरी को समर्पित शबरी जयंती पर उनकी विशेष पूजा-अर्चना करने के साथ ही लोग शुभकामना संदेशों का आदान प्रदान भी करते हैं. इस शुभ अवसर पर आप भी इन शानदार विशेज, इमेजेस, वॉट्सऐप स्टेटस, वॉलपेपर्स, फोटो मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स के जरिए अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और प्रियजनों को शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- शबरी जयंती 2022
2- शबरी जयंती 2022
3- शबरी जयंती 2022
4- शबरी जयंती 2022
रामायण की कथा के अनुसार, माता सीता की खोज के दौरान भगवान राम और उनके भाई लक्ष्मण, माता शबरी की कुटिया में पहुंचे थे. श्रीराम और लक्ष्मण को देखकर माता शबरी बेहद प्रसन्न हुईं, लेकिन उनके पास देने के लिए कुछ नहीं था. तब उन्हें याद आया कि उन्होंने बेर एकत्र किए हैं, लेकिन वो भगवान राम को खट्टे फल नहीं खिलाना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने सारे बेर चख लिए, लेकिन वो अपने जूठे बेर श्रीराम को खिलाने से संकोच कर रही थीं. इस पर भगवान राम ने माता शबरी से अपने जूठे बेर देने के लिए कहा और उसे उन्होंने ग्रहण किया. भगवान राम के दर्शन और उनकी भक्ति के बाद माता शबरी को मोक्ष की प्राप्ति हुई.