Sawan Shivratri 2024 Messages: हैप्पी सावन शिवरात्रि! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Wishes, GIF Greetings, Quotes और Photo SMS
शिवरात्रि की पूजा को निशिथ काल में करना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि सावन शिवरात्रि को निशिथ काल में पूजा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. इस दिन चारों प्रहर में शिव जी की पूजा करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स और फोटो एसएमए को प्रियजनों संग शेयर कर उन्हें हैप्पी सावन शिवरात्रि कह सकते हैं.
Sawan Shivratri 2024 Messages in Hindi: हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि (Shivratri) मनाई जाती है और इस दिन भक्त चारों प्रहर में भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की पूजा करते हैं, लेकिन सावन में पड़ने वाली शिवरात्रि का महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है. इस साल सावन महीने की शुरुआत 22 जुलाई 2024 को सावन सोमवार (Sawan Somvar) के साथ हुई थी, जबकि सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) आज (2 अगस्त 2024) मनाई जा रही है. सावन शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए, फिर शिवलिंग का विधि-विधान से अभिषेक करना चाहिए. इसके बाद रात्रि को निशिथ काल में विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए. रात को भगवान शिव की पूजा कर रात्रि जागरण करना चाहिए, फिर अगले दिन सूर्योदय व चतुर्दशी तिथि के समाप्त होने के मध्य के समय में व्रत का समापन करना चाहिए.
शिवरात्रि की पूजा को निशिथ काल में करना अत्यंत शुभ फलदायी माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि सावन शिवरात्रि को निशिथ काल में पूजा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. इस दिन चारों प्रहर में शिव जी की पूजा करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है. आप इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स और फोटो एसएमए को प्रियजनों संग शेयर कर उन्हें हैप्पी सावन शिवरात्रि कह सकते हैं.
गौरतलब है कि सावन महीने की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा भी शुरु हो जाती है, जिसका समापन सावन शिवरात्रि पर होता है. कांवड़िए पैदल यात्रा करके कांवड़ में गंगाजल भरकर लाते हैं और सावन शिवरात्रि के दिन उस जल से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं. ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने भगवान शिव (Bhagwan Shiv) भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने के लिए धरती पर आते हैं. ऐसे में इस पवित्र मास में शिव जी की विशेष पूजा-अर्चना करने से भक्तों के जीवन से सारे कष्ट दूर होते हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि व खुशहाली का आगमन होता है.