Shree Rama Navami 2021 Messages In Hindi: आज देशभर में चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navami) की महानवमी (Maha Navami) के साथ-साथ राम नवमी (Ram Navami) का पर्व मनाया जा रहा है. हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में शुमार राम नवमी के पर्व को हर साल वैसे तो बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस साल भी दुनिया भर में कोरोना वायरस से मचे हाहाकार के चलते भारत में कई जगहों पर लॉकडाउन जैसी स्थिति होने के कारण राम नवमी के पर्व को धूमधाम से नहीं मनाया जा रहा है. हालांकि लोग अपने घरों में भगवान राम (Lord Ram) के जन्म का यह उत्सव परिवार के साथ जरूर मना रहे हैं. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान राम का जन्म हुआ था, इसलिए इस तिथि को राम नवमी के नाम से जाना जाता है.
इस त्योहार को लोग अलग-अलग तरीके से मनाते हैं. हिंदुओं के बड़े और धार्मिक त्योहारों में से एक राम नवमी पर आप अपने सगे-संबंधियों को इसकी शुभकामनाएं न दें, ऐसा कैसे हो सकता है? इस बहुत ही शुभ व पावन अवसर पर आप अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और प्रियजनों से शुभ राम नवमी कह सकें, इसलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं प्यारे हिंदी वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ विशेज, फोटो एसएमएस, मैसेजेस, और एचडी वॉलपेपर्स, जिन्हें आप सोशल मीडिया के जरिए भेज सकते हैं.
1- राम जी की ज्योति से नूर मिलता है,
सबके दिलों को सुकून मिलता है,
जो भी जाता है श्रीराम के द्वारे,
उसे कुछ न कुछ जरूर मिलता है.
शुभ राम नवमी
2- राम नवमी है आज,
बड़ा पावन दिन है आज,
लो मिलकर एक वचन आज,
ना करेंगे किसी को दुखी कभी,
तो हो जाए पूरा जीवन आबाद.
शुभ राम नवमी
3- अयोध्या के वासी राम,
रघुकुल के कहलाए राम,
पुरुषो में हैं उत्तम श्रीराम,
सदा जपो श्रीराम का नाम.
शुभ राम नवमी
4- मंगल भवन अमंगल हारी,
द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी,
राम सिया राम, सिया राम,
जय जय राम...
शुभ राम नवमी
5- राम नवमी के दिन श्रीराम ने लिया था अवतार,
बुराइयों से लड़ने के लिए,
इसलिए इस दिन को सार्थक बनाएं,
अपने अंदर के अहंकारी रावण को मिटाएं.
शुभ राम नवमी यह भी पढ़ें: Ram Navami 2020: कब है श्रीरामनवमी, जानें अयोध्या में कैसे मनाते हैं श्रीराम जन्मोत्सव! इस बार क्यों खास है यह पर्व!
माना जाता है कि राजा दशरथ की तीन पत्नियां कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी थीं, लेकिन उन्हें विवाह के कई साल बाद संतान सुख की प्राप्ति हुई थी, इसलिए श्री राम के जन्म के बाद अयोध्या में जश्न मनाया गया था, तब से राम जन्मोत्सव का जश्न मनाने की परंपरा चली आ रही है. इस दिन घरों और मंदिरों में भगवान राम, लक्षण, माता सीता और हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करके विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है.