रक्षाबंधन विशेष: यहां मुस्लिम भाइयों के कलाई पर सजती है हिंदू बहनों की राखियां
आपने इतिहास के पन्नों में मुगल बादशाह बाबर और रानी कर्मावती के राखी मनाने का किस्सा तो सुना होगा. कर्मावती ने हुमायूं को एक राखी भेजकर खुद की रक्षा करने के लिए संदेश भेजा था. अब हम आपको उत्तर प्रदेश की आगरा नगरी के एक किस्से के बारे में बताने जा रहे है
लखनऊ: आपने इतिहास के पन्नों में मुगल बादशाह बाबर और रानी कर्मावती के राखी मनाने का किस्सा तो सुना होगा. कर्मावती ने हुमायूं को एक राखी भेजकर खुद की रक्षा करने के लिए संदेश भेजा था. अब हम आपको उत्तर प्रदेश की आगरा नगरी के एक किस्से के बारे में बताने जा रहे है. यहां पर काफी सालों से मुस्लिम भाईयों को हिंदू बहनें राखी बांधती आ रहीं हैं. इस पावन त्योहार पर हिंदू बहन मुस्लिम भाई के कलाई पर राखी बांधकर मिठाई खिलाती हैं तो वहीं मु्स्लिम भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है.
खबरों की माने तो करीब 40 साल पहले आगरा के रहने वाले हुमायूं कुरैशी ने जगदीशपुरा में रहने वाली चंदा देवी से राखी बंधवाई थी. इसके बाद से ही यह प्रथा चली आ रही है. अब तक जहां चंदा देवी हुमायूं को राखी बंधती आ रही थी, वहीं अब हुमायूं के बेटे मुबीन अहमद को चंदा की बेटी सविता माथे पर तिलक लगाकर राखी बांधती है.
गौरतलब हो कि देश में आज भले ही हिंदू मुस्लिम के नाम पर राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे को लड़ाने का काम कर रही है. लेकिन आज भी इस देश में हिंदू मुस्लिम एक दूसरे के साथ मिल कर रहना चाहते हैं. वे मिलकर रहना ही नहीं, एक दूसरे के त्योहार को भी मनाना भी पसंद करते हैं. ताजा उदाहरण आगरा में हिंदू बहनों द्वारा मुस्लिम भाईयों को राखी बांधने की प्रथा का लिया जा सकता है.