Pausha Putrada Ekadashi 2022 Wishes: शुभ पौष पुत्रदा एकादशी! शेयर करें श्रीहरि के ये मनमोहक WhatsApp Stickers, GIF Greeting, HD Images और Wallpapers

एकादशी के व्रत को मानव जीवन के लिए कल्याणकारी और सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माना जाता है. श्रीहरि की अतिप्रिय एकादशी तिथि पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर करके उन्हें पौष पुत्रदा एकादशी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

पौष पुत्रदा एकादशी 2022 (Photo Credits: File Image)

Pausha Putrada Ekadashi 2022 Wishes in Hindi: आज जहां देश के कई हिस्सों में लोहड़ी का त्योहार मनाया जा रहा है तो वहीं श्रीहरि को समर्पित पौष पुत्रदा एकादशी भी मनाई जा रही है. पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी (Pausha Putrada Ekadashi) या वैकुंठ एकादशी (Vaikuntha Ekadashi) के नाम से जाना जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत को करने से अग्निष्टोम यज्ञ का फल मिलता है और भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की कृपा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इसके अलावा इस व्रत को संतान प्राप्ति की कामना के लिए किया जाने वाला श्रेष्ठ व्रत माना जाता है. इस व्रत को करने से निसंतान दंपत्तियों को स्वस्थ और दीर्घायु संतान की प्राप्ति होती है.

एकादशी के व्रत को मानव जीवन के लिए कल्याणकारी और सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला माना जाता है. श्रीहरि की अतिप्रिय एकादशी तिथि पर आप इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, एचडी इमेजेस, वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर करके उन्हें पौष पुत्रदा एकादशी की शुभकामनाएं दे सकते हैं.

1- पौष पुत्रदा एकादशी

पौष पुत्रदा एकादशी 2022 (Photo Credits: File Image)
2- हैप्पी पौष पुत्रदा एकादशी

पौष पुत्रदा एकादशी 2022 (Photo Credits: File Image)

3- पौष पुत्रदा एकादशी 2022

पौष पुत्रदा एकादशी 2022 (Photo Credits: File Image)

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4- वैकुंठ एकादशी

पौष पुत्रदा एकादशी 2022 (Photo Credits: File Image)

5- हैप्पी वैकुंठ एकादशी

पौष पुत्रदा एकादशी 2022 (Photo Credits: File Image)

पौष पुत्रदा एकादशी पापों को हरने वाली एकादशी मानी जाती है. इस दिन भगवान विष्णु की रोली, मोली, पीला चंदन, पीले पुष्प, फल, मिष्ठान और धूप-दीप अर्पित करके पूजा करनी चाहिए. इस दिन 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जप और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ कर सकते हैं. संतान प्राप्ति के लिए इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है. इसके बाद द्वादशी तिथि पर ब्राह्मणों को भोजन कराने और दक्षिणा देने के बाद व्रत का पारण करना चाहिए.

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