पुरुषोत्तम मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मिनी एकादशी कहा जाता है. यह दिन कमला एकादशी और पुरषोत्तमा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस साल पद्मिनी एकादशी 25 मई को है. इस दिन व्रत रखना काफी शुभ होता है और ऐसा करने से मनुष्य के सारे पापों का नाश भी होता है. अगर विष्णु पुराण की माने तो इसे दुर्लभ एकादशी भी कहा जाता है क्योंकि यह दिन तीन साल में सिर्फ एक बार आता है.
व्रत रखने के लाभ
पद्मिनी एकादशी का व्रत रखने से आपको बहुत से लाभ हो सकते हैं. अगर आप पूरे मन से इस व्रत को निभाते हैं तो आपको धन और स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिलेगा. पद्मिनी को विष्णु भगवान ने संतान प्राप्ति का वरदान दिया था. अगर आप निसंतान है तो आपको यह व्रत जरुर रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपको संतान सुख की प्राप्ति जरुर होगी.
व्रत के दिन क्या करें ?
1. इस दिन 'ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का पाठ करें.
2. भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करें.
3. धन और कपड़ो का दान करें.
4. गाय को चारा खिलाएं एवं जल पिलाएं.
5. ब्राह्मणों के भोजन का आयोजन करवाएं.
6. अन्न का सेवन न करें
7. भगवान राम और कृष्ण की आरती करें.
व्रत के दिन क्या न करे ?
1. दिन में बिल्कुल भी न सोएं.
2. खुद को शांत रखें और क्रोध न करें.
3. कांसे के बर्तन में भोजन न करें
4. झूठ न बोलें
शुभ मुहूर्त
24 मई को शाम 6 बजकर 18 मिनट पर पद्मिनी एकादशी लग जाएगी.
25 मई को शाम 5 बजकर 47 मिनट पर पद्मिनी एकादशी का मुहूर्त समाप्त हो जाएगा.