Matru Suraksha Din 2021: आखिर 10 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है मातृ सुरक्षा दिवस, जानें इस दिन से जुड़ी जरूरी बातें

हर साल 10 जुलाई को पूरे विश्व में मातृ सुरक्षा दिवस मनाया जाता है. इस दिन को माताओं और गर्भवती महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के उत्सव के रूप में मनाया जाता है. मातृ स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए इस दिन को व्यापक तौर पर मनाया जाता है. डब्ल्यूएचओ ने इस दिन को गर्भावस्था और मातृत्व के सफर के दौरान माताओं के लिए पर्याप्त देखभाल प्रदान करने के महत्व को उजागर करने के लिए मनाना शुरु किया.

मातृ सुरक्षा दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

Matru Suraksha Din 2021: हर साल 10 जुलाई को पूरे विश्व में मातृ सुरक्षा दिवस (Matru Suraksha Din) मनाया जाता है. इस दिन को माताओं और गर्भवती महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के उत्सव के रूप में मनाया जाता है. मातृ स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए इस दिन को व्यापक तौर पर मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) यानी डब्ल्यूएचओ (WHO) ने इस दिन को गर्भावस्था और मातृत्व के सफर के दौरान माताओं के लिए पर्याप्त देखभाल प्रदान करने के महत्व को उजागर करने के लिए मनाना शुरु किया. यह चिकित्सकीय रुप से सिद्ध है कि बच्चे का स्वास्थ्य माताओं के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है. डब्ल्यूएचओ ने साल 2005 में गर्भावस्था के दौरान मृत्यु दर में वृद्धि को नियंत्रित करने और माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के आवश्यक उपायों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए इस दिन को मनाना शुरु किया था.

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, प्रसव के दौरान और साथ ही प्रसव के बाद भी कई माताओं को उचित देखभाल नहीं मिलती है. ठीक से प्रसव न होना और प्रसव के बाद की देखभाल अक्सर जटिलताएं पैदा करती हैं जो माताओं और शिशुओं दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है. वे इस बात पर जोर देते हैं कि गर्भावस्था के बाद दोनों के बीच एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए माताओं और शिशुओं दोनों की सुरक्षित दूरी का पालन करना चाहिए. यह उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए जरूरी है. यह भी पढ़ें: Mother’s Day 2021 Messages: अपनी प्यारी मां को दें मदर्स डे की शुभकामनाएं, भेजें ये हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Greetings और GIF Images

विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में मृत्यु का मुख्य कारण ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी समस्याएं हैं, जो तब उत्पन्न होती हैं, जब गर्भवती महिलाओं को उचित देखभाल नहीं मिलती है. कभी-कभी बच्चे के जन्म के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव और गर्भावस्था के दौरान लगातार ब्लड प्रेशर का कम होना या अत्यधिक होना महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है. गर्भावस्था के दौरान इनकी देखभाल करने से ये समस्याएं दूर हो सकती हैं. 10 जुलाई को इस विशेष उत्सव के लिए चुना गया था, क्योंकि यह दिन 11 जुलाई को मनाए जाने वाले विश्व जनसंख्या दिवस से पहले आता है और जनसंख्या वृद्धि और मातृ स्वास्थ्य के बीच सीधा संबंध है.

बहरहाल, यह दिवस इस बात पर भी जोर देता है कि दो बच्चों के जन्म के बीच उचित दूरी बनाकर रखनी चाहिए, क्योंकि यह मांओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है. इस सलाह को नजरअंदाज करने से मां के साथ-साथ बच्चे के स्वास्थ्य को भी खतरा हो सकता है.

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