Makar Sankranti 2021 Images & Wallpapers: देश में मकर संक्रांति की धूम, इन खूबसूरत GIFs, HD Photos, WhatsApp Stickers, Greetings के जरिए दें बधाई
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है. सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ ही दान-पुण्य जैसे कर्म किए जाते हैं. तिल-गुड़ से बने लड्डू खाए जाते हैं और पतंगबाजी का आनंद लिया जाता है. इस शुभ अवसर पर आप अपनों को बधाई दे सकें, इसलिए हम लेकर आए हैं खूबसूरत इमेजेस, वॉलपेपर्स, जीआईएफ, एचडी फोटोज, वॉट्सऐप स्टिकर्स और ग्रीटिंग्स.
Makar Sankranti 2021 Images & Wallpapers: आज (14 जनवरी 2020) देशभर में सूर्य के उत्तरायण होने का पर्व मनाया जा रहा है, जिसे मकर संक्रांति (Makar Sankranti) कहते हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में मकर संक्रांति को अलग-अलग नामों से मनाया जाता है. इस दिन भगवान सूर्य (Bhagwan Surya) अपनी राशि परिवर्तित करते हैं. कहा जाता है कि इस दिन सूर्य देव दक्षिणायन से उत्तरायण (Uttarayan) होते हैं, इसलिए इसे सूर्य का उत्तरायण भी कहा जाता है. इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं, इसलिए इस पर्व को मकर संक्रांति कहा जाता है. हालांकि इस साल मकर संक्रांति ग्रहों के शुभ संयोगों के बीच मनाई जा रही है. इस बार शनिदेव स्वंय अपनी मकर राशि में विराजमान है, जहां उनसे मिलने के लिए सूर्य देव पहुंच रहे हैं.
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान किया जाता है. सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ ही दान-पुण्य जैसे कर्म किए जाते हैं. तिल-गुड़ से बने लड्डू खाए जाते हैं और पतंगबाजी का आनंद लिया जाता है. इस शुभ अवसर पर आप अपनों को बधाई दे सकें, इसलिए हम लेकर आए हैं खूबसूरत इमेजेस, वॉलपेपर्स, जीआईएफ, एचडी फोटोज, वॉट्सऐप स्टिकर्स और ग्रीटिंग्स, जिन्हें आप सोशल मीडिया के जरिए भेज सकते हैं.
1- मकर संक्रांति 2021
2- मकर संक्रांति 2021
3- मकर संक्रांति 2021
4- मकर संक्रांति 2021
5- मकर संक्रांति 2021
गौरतलब है कि हिंदू धर्म में मकर संक्रांति का खास महत्व है. इस दिन जब सूर्य का उत्तरायण होता है तो सूर्य की किरणें व्यक्ति के लिए औषधि का काम करती हैं. सूर्य के उत्तरायण के साथ ही सर्दियां धीरे-धीरे कम होने लगती हैं और गर्मी बढ़ने लगती है. इस दिन देश के अधिकांश हिस्सों में पतंगबाजी की जाती है. तिल और गुड़ के लड्डू बनाए जाते हैं और खाए जाते हैं. इसे फसलों का त्योहार भी कहा जाता है, इसलिए किसानों के बीच भी इस पर्व की धूम रहती है.