Magha Ganesh Jayanti 2019: गणेश चतुर्थी के दिन पृथ्वी पर कई गुना बढ़ जाते हैं गणेश तत्व
समस्त गणों के राजा श्री गणेश का जन्म माघ महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्थी के दिन हुआ था. कहते हैं कि इसके पश्चात से ही श्रीगणेश ‘चतुर्थी’ तिथि के विकल्प बन गए हैं. मान्यता है कि अन्य तिथियों की तुलना में गणेश चतुर्थी के दिन पृथ्वी पर गणेश तत्व हजारों गुना ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं.
Magha Ganesh Jayanti 2019: समस्त गणों के राजा श्री गणेश (Ganesha) का जन्म माघ महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्थी के दिन हुआ था. कहते हैं कि इसके पश्चात से ही श्रीगणेश ‘चतुर्थी’ तिथि के विकल्प बन गए हैं. श्रीगणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) की विशेष महिमा का उल्लेख गणेश पुराण (Ganesh Puran) में भी किया गया है. मान्यता है कि अन्य तिथियों की तुलना में गणेश चतुर्थी के दिन पृथ्वी पर गणेश तत्व (Ganesh Elements) हजारों गुना ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं. इस बात का प्रमाण हैं श्री गणेश भक्त कौस्तुभ येलेगांवकर, जो महाराष्ट्र के पनवेल के रहनेवाले हैं.
यह बात 12 फरवरी 2005 की है. सनातन आश्रम के पुरोहित श्री कौस्तुभ येलेगांवकर के अनुसार, वह हमेशा की तरह प्रातःकाल साढ़े सात बजे स्नान ध्यान करने के पश्चात व्यक्तिगत नामजप कर रहे थे. अचानक उन्हें एहसास हुआ कि उनके मुख से स्वमेव श्री गणपति नाम का जप शुरु हो गया. देवले साहब को यह नहीं पता था कि उस दिन गणेश चतुर्थी का दिन था. श्री कौस्तुभ ने अपनी त्रुटि सुधारते हुए एक बार पुनः व्यक्तिगत नाम जपना शुरु किया तो पुनः श्री गणेश जी के नाम का जाप उनके मुख से फूटने लगे. यह भी पढ़ें: Magha Ganesh Jayanti 2019: जब असुरों का संहार करने के लिए गणेश जी ने लिए 8 अवतार, जानें इसकी महिमा
वह जितनी बार सुधारने की कोशिश करते, उनके मुख पर श्रीगणेश जी का ही नाम आने लगता था. थोड़ी देर बाद जब जाप पूरा हुआ और उन्होंने किसी से अपनी यह बात बताई. उन्हें तब यह जानकर आश्चर्य हुआ कि उस दिन वास्तव में श्री गणेश जयंती का दिन था. कहा जाता है कि इस घटना के बाद से उन्होंने श्री गणेश जी के नाम का ही जाप करने का फैसला कर लिया.
पंडितों एवं विद्वानों का भी मानना है कि चतुर्थी के दिन श्री गणेश जी का स्पंदन पृथ्वी पर कई गुना सक्रिय हो जाते हैं. इस तिथि पर की गई श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना से गणेश तत्व का अत्यधिक लाभ भक्तों को प्राप्त होता है.