Kargil Vijay Diwas 2021 Greetings: कारगिल विजय दिवस पर ये HD Images और Wallpapers भेजकर दें बधाई
कारगिल विजय दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

Kargil Vijay Diwas 2021Greetings: कारगिल विजय दिवस हर साल 26 जुलाई को भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों की वीरता की सराहना करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने 1999 में पाकिस्तानी घुसपैठियों खदेड़ दिया था. हर साल, कारगिल विजय दिवस भारत में दिल्ली के इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति पर प्रधानमंत्री द्वारा भारतीय सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ मनाया जाता है. मई 1999 की गर्मियों में कारगिल सेक्‍टर जो अब लद्दाख में है, उस समय जम्‍मू कश्‍मीर में आता था, वहां पर 60 दिनों तक भारत और पाकिस्‍तानी सेना के बिच युद्ध हुआ. आप इस बात को जानकर हैरान रह जाएंगे कि सेना को कारगिल में पाकिस्‍तानी घुसपैठियों के बारे में जानकारी का कोई इंटेलीजेंस इनपुट नहीं मिला था बल्कि एक चरवाहे के खोये हुए याक की वजह से सेना को खतरनाक साजिश का पता चला था.

पाकिस्‍तानी, भारतीय सीमा में दाखिल हो गए हैं, इस बात की जानकारी सबसे ताशी नामग्‍याल को हुई थी. ताशी ने अगर समय रहते सेना को इस बारे में जानकारी न दी होती तो कारगिल के ऊंचे पहाड़ पाकिस्‍तान के कब्‍जे में चले जाते. 2 मई 1999 को जैसे ही ताशी ने सेना को आगाह किया तो उसके कुछ ही दिनों बाद कारगिल की तस्‍वीर बदल गई थी.  ताशी की ओर से दी गई जानकारी के आठ दिन के बाद लड़ाई शुरू हुई. इस वर्ष हम ऑपरेशन विजय की 22वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. इसलिए भारत के युद्ध नायकों को याद करने के लिए अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ इन देशभक्ति की शुभकामनाओं, संदेशों और प्रेरक कोट्स को साझा करने में गर्व महसूस करें.

1. कारगिल विजय दिवस की बधाई

कारगिल विजय दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

2. कारगिल विजय दिवस की शुभकामनाएं

कारगिल विजय दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

3. कारगिल विजय दिवस 2021

कारगिल विजय दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

4. कारगिल विजय दिवस पर शहीदों को नमन

कारगिल विजय दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

5. हैप्पी कारगिल विजय दिवस

कारगिल विजय दिवस 2021 (Photo Credits: File Image)

इस बार कारगिल विजय दिवस के मौके पर होने वाले कार्यक्रम के लिए सेना ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को मुख्य अतिथि के तौर पर निमंत्रण भेजा है. अमूमन सेना प्रमुख या फिर उत्तरी कमान के कमांडर मुख्य अतिथि होते हैं. लेकिन इस बार सेनाओं (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) के सुप्रीम कमांडर को निमंत्रण भेजा है.