Jagannath Rath Yatra 2024 Messages: जगन्नाथ रथ यात्रा की इन हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में श्रीहरि के आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण के साथ-साथ उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की पूजा की जाती है. इस मंदिर में तीनों की मूर्तियां विराजमान हैं. मान्यताओं के अनुसार, भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा के दिन बारिश जरूर होती है. जगन्नाथ रथ यात्रा के इन शानदार हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए आप अपनों को इसकी शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Jagannath Rath Yatra 2024 Messages in Hindi: हिंदू धर्म में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) का बड़ा धार्मिक महत्व है, जिसका आयोजन हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को किया जाता है. यह यात्रा ओडिशा (Odisha) के पुरी (Puri) में स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर (Jagannath Mandir) से बड़े धूमधाम से निकाली जाती है. यह भव्य यात्रा कुल 10 दिनों की होती है और इसके बाद आषाढ़ शुक्ल पक्ष के 11वें दिन जगन्नाथ जी की वापसी के साथ इस यात्रा का समापन होता है. इस साल जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत 07 जुलाई 2024 से हो रही है और इसका समापन 16 जुलाई 2024 को होगा. 10 दिन की इस अवधि को भगवान जगन्नाथ के भक्तों के लिए बेहद शुभ और मंगलकारी माना जाता है, इसलिए देश और दुनिया भर से लाखों की तादात में श्रद्धालु इस रथ यात्रा (Rath Yatra) में शामिल होने के लिए आते हैं.
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में श्रीहरि के आठवें अवतार भगवान श्रीकृष्ण के साथ-साथ उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की पूजा की जाती है. इस मंदिर में तीनों की मूर्तियां विराजमान हैं. मान्यताओं के अनुसार, भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा के दिन बारिश जरूर होती है. जगन्नाथ रथ यात्रा के इन शानदार हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए आप अपनों को इसकी शुभकामनाएं दे सकते हैं.
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, जब से जगन्नाथ रथ यात्रा की शुरुआत हुई है, तब से ही राजाओं के वंशज पारंपरिक रूप से रथ यात्रा के सामने झाडू लगाते हैं. सोने के हत्थे वाली झाडू से रथ यात्रा के सामने झाडू लगाया जाता है. इसके बाद मंत्र उच्चारण और जयघोष के साथ इस पवित्र रथ यात्रा की शुरुआत होती है. ऐसा कहा जाता है कि इस नियम का पालन करने से भक्तों के जीवन में सुख-समृद्धि, वैभव, ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही इस रथ यात्रा में शामिल होने पर 100 यज्ञों के बराबर पुण्य फलों की प्राप्ति होती है.