International Yoga Day 2024: योग करें, स्वस्थ रहें! जानें 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम, इतिहास और महत्व

योग के महत्व और इसके फायदों से लोगों को रूबरू कराने के लिए हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस यानी इंटरनेशनल योगा डे मनाया जाता है. इस साल दुनिया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10वें संस्करण को मनाने की तैयारी कर रही है.

इंटरनेशनल योगा डे 2024 (Photo Credits: File Image)

International Yoga Day 2024: योग (Yog) भगाए रोग, इसलिए कहा जाता है कि योग कीजिए और निरोगी रहिए... योग के महत्व और इसके फायदों से लोगों को रूबरू कराने के लिए हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस यानी इंटरनेशनल योगा डे (International Yoga Day) मनाया जाता है. इस साल दुनिया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 10वें संस्करण (10th International Yoga Day) को मनाने की तैयारी कर रही है. योग शब्द संस्कृत शब्द ‘युज’ से निकला है, जिसका मतलब है ‘जोड़ना’ या ‘एकजुट करना’, इसके साथ ही यह मन, शरीर और आत्मा में सामंजस्य लाने के दर्शन का प्रतीक है. इसके नियमित अभ्यास से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य (Mental And Physical Health) बेहतर होता है. योग दिवस को हर साल एक नए थीम के साथ मनाया जाता है. आइए जानते हैं 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम, इसका इतिहास और महत्व...

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम

इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ है और इसके लिए एक विशेष थीम निर्धारित की गई है. इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम है- ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ (Yoga for Self and Society). यह थीम इस प्राचीन अभ्यास के सार को पूरी तरह से दर्शाता है. योग सिर्फ व्यक्तिगत कल्याण के बारे में नहीं है, यह आंतरिक और बाहरी दुनिया के बीच संबंध को बढ़ावा देता है. शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक और आत्मिक पहलुओं को एकीकृत करके योग स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र मार्ग प्रदान करता है, जो आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में बेहद जरूरी है.

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का इतिहास

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इसकी सार्वभौमिक अपील को स्वीकार करते हुए 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने संकल्प 69/131 द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया. दरअसल, इससे पहले सितंबर 2014 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित किया. अपने भाषण के दौरान उन्होंने प्रतिवर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा.

उन्होंने इसके महत्व और फायदों पर प्रकाश डालते हुए इस दिवस को 21 जून को मनाए जाने की अपील की, क्योंकि यह तिथि कई संस्कृतियों में महत्व रखती है और उत्तरी गोलार्ध में यह ग्रीष्म संक्रांति का दिन है. उनके इस प्रस्ताव ने गति पकड़ी और संयुक्त राष्ट्र ने दिसंबर 2014 में एक प्रस्ताव पारित कर आधिकारिक तौर पर 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की. इस प्रस्ताव का 175 सदस्य देशों ने समर्थन किया था. यह भी पढ़ें: World Yoga Day 2024: तन ही नहीं मन को भी स्वस्थ एवं प्रफुल्लित रखता है योग! जानें एक योग भगाए कितने रोग?

योग का महत्व

योग को शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य सहित समग्र कल्याण के लिए आवश्यक माना जाता है. शारीरिक रूप से योग लचीलेपन, शक्ति और संतुलन में सुधार करता है, साथ ही यह समग्र फिटनेस को बढ़ावा देते हुए बीमारियों के जोखिम को कम करता है. योग दिल को निरोगी बनाए रखने के साथ ही रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देता है.

मानसिक रूप से योग तनाव कम करने और मानसिक स्पष्टता के लिए शक्तिशाली जरिया है. यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी है, साथ ही यह चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करता है. सांस पर नियंत्रण और ध्यान के माध्यम से योग ध्यान, भावनात्मक स्थिरता और लचीलेपन को बढ़ाता है. यह मन की एक शांत, अधिक केंद्रित स्थिति को बढ़ावा देता है.

भावनात्मक रूप से योग आत्म-जागरूकता और आत्म-स्वीकृति को प्रोत्साहित करता है. यह व्यक्तियों को आंतरिक तौर पर खुद से जुड़ने में मदद करता है, शांति और संतुष्टि की भावना को बढ़ावा देता है. योग के करुणा, अहिंसा और अंतर्संबंध के सिद्धांत सकारात्मक व्यवहार और रिश्तों को प्रेरित करते हैं, व्यक्तिगत विकास और सामाजिक सद्भाव में योगदान करते हैं.

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