International Day for Tolerance 2019: क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय सहिष्णुता दिवस, जानें इसका इतिहास, महत्व और उद्देश्य

हर साल 16 नवंबर को सहिष्णुता का अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है. दरअसल, दुनियाभर में आतंकवाद, हिंसा और रंगभेद जैसी कई समस्याएं एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं. इन समस्याओं के कारण कुछ देशों, धर्म, अल्पसंख्यकों, शरणार्थियों और प्रवासियों के आधारभूत मानवाधिकारों का हनन होने लगा है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

International Day for Tolerance 2019: हर साल 16 नवंबर को सहिष्णुता का अंतरराष्ट्रीय दिवस (International Day for Tolerance) मनाया जाता है. दरअसल, दुनियाभर में आतंकवाद, हिंसा और रंगभेद जैसी कई समस्याएं एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं. इन समस्याओं के कारण कुछ देशों, धर्म, अल्पसंख्यकों, शरणार्थियों और प्रवासियों के आधारभूत मानवाधिकारों का हनन हो रहा है. इन चीजों की वजह से दुनिया भर में लोकतंत्र, शांति और विकास की राह में कई बाधाएं आ रही हैं. इन परिस्थियों में मानवता के अस्तित्व को बचाने के लिए शांति और सौहार्द को बढ़ावा देने के मकसद से हर साल 16 नवंबर को सहिष्णुता (Tolerance) का अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है. इस दिन लोगों को असहिष्णुता के खतरे और सहिष्णुता के प्रति जागरूक किया जाता है. चलिए जानते हैं इस दिवस का इतिहास, महत्व और उद्देश्य.

क्या है इस दिवस का इतिहास?

साल 1995 से पहले हुई यूनेस्को की जनरल कॉन्फ्रेंस में यूनाइटेड नेशन ईयर फॉर टोलरेंस मनाने का ऐलान किया गया था. इसके एक साल बाद साल 1996 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के सदस्य राज्यों को 16 नवंबर को सहिष्णुता के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाने के लिए आमंत्रित किया गया. इसके बाद साल 2005 में हुआ विश्व शिखर सम्मेलन मानव कल्याण, स्वतंत्रता, प्रगति, सहिष्णुता, सम्मान, संवाद, विभिन्न संस्कृतियों, सभ्यताओं और लोगों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न राज्य सरकारों के प्रमुखों को प्रतिबद्ध करने के लिए जाना जाता है. यह भी पढ़ें: International Day of UN Peacekeepers 2019: शांति स्थापना के लिए शहीद हुए सैनिकों की याद में मनाया जाता है यह दिवस

क्या है इस दिवस का महत्व?

सहिष्णुता का अंतरराष्ट्रीय दिवस दुनिया भर के लोगों को सहिष्णुता के प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित करता है. इस दिन कई प्रकार के आयोजन किए जाते हैं. स्कूलों में भी बच्चों को न्याय, सहिष्णुता, नैतिकता जैसी मूलभूत जानकारियां दी जाती हैं. इस दिन लोगों को मानवाधिकारों के प्रति जागरूक किया जाता है. कुछ संस्थाओं द्वारा ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें मानवाधिकारों के साथ सहिष्णुता पर चर्चा की जाती है. इस साल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहिष्णुता दिवस का 22वां साल है.

क्या है इस दिवस का उद्देश्य?

मुख्यतौर पर इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर के लेगों को सहिष्णुता का महत्व समझाना है. आज की वर्तमान राजनीति पर गौर करें तो विभिन्न राजनेताओं द्वारा विभाजन वाले भाषण आसानी से दिए जा रहे हैं, जिन पर प्रतिक्रिया के रूप में हिंसा फैलना असहिष्णुता का उदाहरण है. दरअसल, असहिष्णुता की शुरुआत अक्सर छोटे-छोटे मुद्दों से होती है. उदाहरण के तौर पर जैसे कि एक अपराधी की वजह से उसके पूरे वर्ग और परिवार को दोषी मानकर उन्हें समाज में उचित स्थान और सम्मान से वंचित कर देना, जो असहिष्णुता का कारण बन सकता है. यह भी पढ़ें: International Day of Peace 2019: 21 सितंबर को मनाया जाता है विश्व शांति दिवस, जानें इसका इतिहास, थीम और महत्व

हालांकि इंसानियत ही एक ऐसी चीज है जिसने पूरी दुनिया को आपस में जोड़ रखा है. दुनिया भर के लोगों में प्यार और सौहार्द स्थापित करने के लिए ही सहिष्णुता दिवस मनाया जाता है, ताकि प्यार और सौहार्द के दम पर किसी भी तरह की नफरत को खत्म किया जा सके. दुनिया के विभिन्न देशों की संस्कृति व परंपरा भले ही अलग-अलग हो, लेकिन यह दिवस वैश्विक स्तर पर सहिष्णुता दर्शाने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है.

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