Diwali 2024: दिवाली पर कैसे करें मां लक्ष्मी की पूजा, जानें दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु समेत अन्य शहरों के लिए शुभ मुहूर्त
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त या शुभ समय के अनुसार की जाती है. पंचांग के अनुसार, अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को सुबह 6:22 बजे शुरू होगी और 1 नवंबर को सुबह 8:46 बजे समाप्त होगी.
Diwali 2024: देशभर में दीपावली का त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है. हर राज्य की अपनी अनोखी परंपराएं इस पर्व को और खास बना रही हैं. पांच दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव का मुख्य दिन दीपावली होता है, जो इस बार आज, 31 अक्टूबर को मनाया जा रहा है. दीपावली की रात लक्ष्मी पूजा का विशेष महत्व होता है. शास्त्रों के अनुसार, अमावस्या की इस रात मां लक्ष्मी घर-घर में आती हैं और जो लोग विधिपूर्वक पूजा करते हैं, उन पर उनकी विशेष कृपा होती है.
दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त या शुभ समय के अनुसार की जाती है. पंचांग के अनुसार, अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को सुबह 6:22 बजे शुरू होगी और 1 नवंबर को सुबह 8:46 बजे समाप्त होगी.
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शहरवार लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त:
- दिल्ली: शाम 05:36 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- कोलकाता: शाम 05:45 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- चेन्नई: शाम 05:42 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- मुंबई: शाम 06:57 बजे से शाम 08:36 बजे तक
- बेंगलुरु: शाम 06:47 बजे से शाम 08:21 बजे तक
- जयपुर: शाम 05:44 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- हैदराबाद: शाम 05:45 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- गुड़गांव: शाम 05:37 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- चंडीगढ़: शाम 05:35 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- नोएडा: शाम 05:35 बजे से शाम 06:16 बजे तक
- अहमदाबाद: शाम 06:52 बजे से शाम 08:35 बजे तक
- पटना: शाम 05:08 बजे से शाम 06:16 बजे तक अपराह्न
- लखनऊ: 05:23 अपराह्न से 06:16 अपराह्न
- पुणे: 6:54 अपराह्न से 8:33 अपराह्न
लक्ष्मी पूजा कैसे करें:
लक्ष्मी पूजा में भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है. घर की सुख-शांति और समृद्धि के लिए यह पूजा हर परिवार में की जाती है.
1. पूजा की तैयारी: पूजा से पहले पूरे घर को अच्छी तरह साफ करें. मान्यता है कि मां लक्ष्मी साफ-सुथरे घर में प्रवेश करती हैं. इसके बाद, पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें.
2. पूजा स्थल का सजावट: घर के पूर्वोत्तर कोने में पूजा स्थल तैयार करें. एक लाल कपड़ा बिछाकर उस पर कमल का चित्र बनाएं और चावल रखें. इसके ऊपर मां लक्ष्मी और गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें.
3. कलश स्थापना: एक कलश में पानी भरें और उसमें सिक्के, इलायची, और सुपारी डालें. ऊपर नारियल और आम के पत्ते रखें. यह कलश समृद्धि का प्रतीक है.
4. पूजा सामग्री: मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मिठाई, फल, सूखे मेवे, और फूल चढ़ाएं. दीये और अगरबत्ती जलाकर पूजा आरंभ करें.
5. कहानी सुनें या पढ़ें: पूजा के दौरान लक्ष्मी माता की कथा सुनना या पढ़ना अत्यंत शुभ माना जाता है. इससे लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्त होती है.
6. आरती और प्रसाद वितरण: पूजा का समापन आरती से करें और सभी को प्रसाद बांटें.
इस प्रकार लक्ष्मी पूजा विधिपूर्वक करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. दीपावली के इस पावन पर्व पर मां लक्ष्मी आप सब पर कृपा बनाए रखें.