Happy Janmashthami 2021 HD Images: हैप्पी जन्माष्टमी! अपनों संग शेयर करें कान्हा के ये मनमोहक Photo Wishes, WhatsApp Status, GIF Greetings और वॉलपेपर्स
पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना वायरस संकट के बीच कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है. ऐसे में आप अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ सोशल मीडिया के जरिए शुभकामना संदेशों को शेयर कर सकते हैं. इस पावन अवसर पर आप अपनों संग कान्हा के ये मनमोहक एचडी इमेजेस, फोटो विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी जन्माष्टमी कह सकते हैं.
Happy Janmashthami 2021 HD Images: हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में भगवान विष्णु (Lord Vishnu) ने श्रीकृष्ण (Shri Krishna) के रूप में आठवां अवतार लिया था. भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव (Krishna Janmotsav) को पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस दिन व्रत रखा जाता है और तमाम कृष्ण मंदिरों में कान्हा के जन्मोत्सव का खास आयोजन किया जाता है. इस साल कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) 30 अगस्त 2021 (सोमवार) को पड़ रही है. मान्यता है कि इस दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने से संतान प्राप्ति का वरदान मिलता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है. भगवान कान्हा का यह पर्व सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला माना जाता है.
पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना वायरस संकट के बीच कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जा रहा है. ऐसे में आप अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ सोशल मीडिया के जरिए शुभकामना संदेशों को शेयर कर सकते हैं. इस पावन अवसर पर आप अपनों संग कान्हा के ये मनमोहक एचडी इमेजेस, फोटो विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी जन्माष्टमी कह सकते हैं.
1. हैप्पी श्री कृष्ण जन्माष्टमी
2. कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं
3. श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई
4. हैप्पी श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2021
5. कृष्ण जन्माष्टमी 2021
6. श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2021
कान्हा के जन्मोत्सव पर उनकी विशेष पूजा-अर्चना करने के लिए सुबह उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए, फिर पूजन स्थल पर एक चौकी पर लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाकर श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करें. विधि-विधान से कान्हा की पूजा करें, फिर दिन भर मुरली मनोहर की महिमा का गुणगाण और भजन-कीर्तन करें और रात 12 बजे कान्हा का जन्मोत्सव मनाएं. आखिर में प्रसाद वितरित करके भजन-कीर्तन करते हुए रात्रि जागरण करें.