Happy Choti Diwali 2021 HD Images: हैप्पी छोटी दिवाली ! अपनों संग शेयर करे ये आकर्षक WhatsApp Wishes, Facebook Messages, GIF Greetings और वॉलपेपर्स
पांच दिवसीय दिवाली उत्सव के दूसरे दिन मनाए जाने वाले पर्व छोटी दिवाली को लोग धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं. इस अवसर पर लोग सोशल मीडिया के जरिए शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं. इस अवसर पर अगर आप अपनों को बधाई देना चाहते हैं तो इन आकर्षक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी छोटी दिवाली कह सकते हैं.
Happy Choti Diwali 2021 HD Images: हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले त्योहारों में दीयों के पर्व दिवाली का खास महत्व बताया जाता है. दिवाली (Diwali) के पर्व को पांच दिनों तक मनाया जाता है और हर दिन एक विशेष पर्व को मनाया जाता है. इस साल दिवाली उत्सव (Diwali Festival) की शुरुआत 2 नवंबर से धनतेरस (Dhanteras) के साथ हो गई है और समापन 6 नवंबर को भाई दूज (Bhai Dooj) के साथ होगा. दिवाली उत्सव के दूसरे दिन के पर्व को छोटी दिवाली (Choti Diwali) कहते हैं, जिसे हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस साल छोटी दिवाली का त्योहार 3 नवंबर 2021 को मनाया जा रहा है. छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी, काली चौदस, रूप चौदस और भूत चतुर्दशी के तौर पर भी जाना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन यमराज के निमित्त दीपदान करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता है.
पांच दिवसीय दिवाली उत्सव के दूसरे दिन मनाए जाने वाले पर्व छोटी दिवाली को लोग धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं. इस अवसर पर लोग सोशल मीडिया के जरिए शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं. इस अवसर पर अगर आप अपनों को बधाई देना चाहते हैं तो इन आकर्षक एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स को शेयर करके हैप्पी छोटी दिवाली कह सकते हैं.
1- छोटी दिवाली की हार्दिक बधाई
2- हैप्पी छोटी दिवाली
3- छोटी दिवाली 2021
4- छोटी दिवाली की ढेरों शुभकामनाएं
5- छोटी दिवाली मुबारक
कहा जाता है कि छोटी दिवाली के दिन मृत्यु के देवता यमराज की उपासना करने और उनके निमित्त दीपदान करने पर मरने के बाद व्यक्ति को नरक यातना नहीं झेलनी पड़ती है. इस दिन पश्चिम बंगाल में महाकाली की पूजा की जाती है, इसलिए इसे काली चौदस कहा जाता है. मान्यता है कि काली चौदस को महाकाली की पूजा करने से तंत्र-मंत्र, जादू-टोने का असर खत्म होता है और दुश्मनों पर विजय प्राप्त होती है. इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का संहार किया था, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है. इस दिन सौंदर्य की प्राप्ति के लिए शरीर पर तेल और उबटन लगाकर स्नान किया जाता है, इसलिए इसे रूप चौदस भी कहा जाता है.