Eid Milad Un Nabi Last Minute Mehndi Design: ईद-ए-मिलाद-उन-नबी पर अपने हाथों में लगाएं सुंदर मेंहदी पैटर्न- देखें वीडियो
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Eid-e-Milad-un-Nabi), जिसे मावलिद (Mawlid) भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण इस्लामी अवसर है जो पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) की जयंती का प्रतीक है. इस वर्ष, यह अवसर भारत में रविवार शाम, 15 सितंबर से सोमवार, 16 सितंबर तक मनाया जाएगा.
Eid Milad Un Nabi Last Minute Mehndi Design: ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Eid-e-Milad-un-Nabi), जिसे मावलिद (Mawlid) भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण इस्लामी अवसर है जो पैगंबर मुहम्मद (Prophet Muhammad) की जयंती का प्रतीक है. इस वर्ष, यह अवसर भारत में रविवार शाम, 15 सितंबर से सोमवार, 16 सितंबर तक मनाया जाएगा. यह दिन दुनिया भर के मुसलमानों के लिए गहरा आध्यात्मिक महत्व रखता है, क्योंकि वे पैगंबर के जीवन और शिक्षाओं का सम्मान करते हैं, जिनका निधन उसी दिन हुआ था. यह भी पढ़ें: Jashne Eid Milad Un Nabi 2024 Mehndi Designs: ईद-मिलाद-उन-नबी के पर्व को सही मायनों में बनाएं खास, हाथों-पैरों में रचाएं ये सिंपल मेहंदी डिजाइन्स
इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी अल-अव्वल के 12वें दिन पड़ने वाला ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Jashne Eid Milad Un Nabi 2024) करुणा, न्याय और दयालुता पर पैगंबर के मार्गदर्शन पर चिंतन करने का समय है. 570 ई. के आसपास मक्का में पैदा हुए पैगंबर मुहम्मद को उनके प्रेम और समानता के संदेशों के लिए सम्मानित किया जाता है, जो आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं.
दुनिया भर के मुसलमानों के लिए ईद की तरह ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व भी काफी मायने रखता है, इसलिए लोग इस पर्व को मनाने की खास तैयारी भी करते हैं. खासकर, महिलाएं इस जश्न को मनाने के लिए हाथों और पैरों में मेहंदी (Mehandi) रचाती हैं, इसके लिए वो इंटरनेट पर सिंपल मेहंदी डिजाइन्स (Simple Mehndi Designs) की तलाश में जुट जाती हैं. ऐसे में हम आपके लिए लेकर आए हैं जश्न-ए-ईद-मिलाद-उन-नबी स्पेशल सिंपल मेहंदी डिजाइन्स, जिसे आप अपने हाथों और पैरों पर रचाकर इस पर्व को और भी खास बना सकती हैं.
ईद मिलाद उन नबी विशेष मेहंदी डिजाइन:
फ्रंट हैंड मेहंदी डिजाइन:
बैक हैंड मेहंदी डिजाइन:
ईद स्पेशल फ्रंट हैंड मेहंदी डिजाइन:
यह उत्सव न केवल पैगम्बर मुहम्मद को सम्मान देने का अवसर प्रदान करता है, बल्कि उनकी शाश्वत शिक्षाओं को अपनाने और दूसरों के साथ साझा करने का भी अवसर प्रदान करता है, जिससे एकता और आध्यात्मिक विकास की भावना को बढ़ावा मिलता है.