Durga Puja 2024 Wishes: दुर्गा पूजा की इन भक्तिमय हिंदी WhatsApp Messages, Quotes, Facebook Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं
दुर्गा पूजा का पर्व बंगाली समुदाय के लोग बहुत जोश और उत्साह के साथ मनाते हैं. षष्ठी तिथि से लेकर दशमी तिथि तक मां दुर्गा की उपासना की जाती है और विजयादशमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है. ऐसे में दुर्गा पूजा के इस बेहद पावन अवसर पर आप इन भक्तिमय हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए अपनों को पर्व की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Durga Puja 2024 Wishes in Hindi: देशभर में मां दुर्गा (Maa Durga) की उपासना के महापर्व शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) की धूम मची हुई है और हर कोई मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की भक्ति में लीन है. नवरात्रि के छठा दिन नवदुर्गा के छठे स्वरूप मां कात्यायनी को समर्पित होता है, लेकिन शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि बंगाली समुदाय के लोगों के लिए बेहद खास मानी जाती है, जिसे महा षष्ठी (Maha Sasthi) कहा जाता है और इसी तिथि से पांच दिवसीय दुर्गा पूजा (Durga Puja) उत्सव की शुरुआत होती है. इस साल 8 अक्टूबर 2024 से दुर्गा पूजा की भव्य शुरुआत हो रही है और समापन 12 अक्टूबर को विजयादशमी (Vijayadashami) के साथ होगा. महा षष्ठी तिथि यानी दुर्गा पूजा के पहले दिन बंगाली समुदाय के लोग ढाक-ढोल, शानदार दावत, बोधन निमंत्रण और पूजा-अनुष्ठान के साथ मां दुर्गा का धूमधाम से स्वागत करते हैं. इस दिन शंख की ध्वनि और ढोल की आवाज के साथ मां दुर्गा के चेहरे का अनावरण किया जाता है.
दुर्गा पूजा का पर्व बंगाली समुदाय के लोग बहुत जोश और उत्साह के साथ मनाते हैं. षष्ठी तिथि से लेकर दशमी तिथि तक मां दुर्गा की उपासना की जाती है और विजयादशमी के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है. ऐसे में दुर्गा पूजा के इस बेहद पावन अवसर पर आप इन भक्तिमय हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, कोट्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स के जरिए अपनों को पर्व की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
वैसे तो दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत महालया (Mahalaya) से ही हो जाती है. ऐसी मान्यता है कि महालया के दिन मां दुर्गा कैलाश पर्वत से धरती पर आती हैं और इसी दिन देवी दुर्गा (Maa Durga) के नेत्र बनाए जाते हैं, जिसे चक्षुदान कहा जाता है. इसके बाद अश्विन शुक्ल प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि की भव्य शुरुआत हो जाती है, जबकि वास्तविक पांच दिवसीय दुर्गा पूजा की शुरुआत अश्विन शुक्ल षष्ठी से होती है. इस पांच दिवसीय उत्सव का आखिरी दिन विजयादशमी होता है.