Diwali 2020: इन विशेष स्थानों पर जलाएं एक दीपक, घर-परिवार में साल भर बनी रहेगी सुख-समृद्धि

मान्यता है कि दीपावली पर धनतेरस से लेकर भैया दूज तक घर के आंगन के बीचो-बीच में प्रतिदिन एक दीप जलाकर रखने से श्रीगणेश जी देवी लक्ष्मी जी बहुत प्रसन्न होते हैं और इनकी विशेष कृपा पूरे घर पर रहती है. कुछ खास स्थानों पर भी दीपक प्रज्जवलित करना चाहिए. इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साल भर उनकी कृपा से घर में सुख, शांति, सेहत औऱ समृद्धि बनी रहती है.

दिवाली 2020 (Photo Credits: Pixabay)

Diwali 2020: दीपावली (Deepawali), दीपों का पर्व (Festival of Lights) है, इसे इसल‍िए दीपोत्‍सव भी कहा जाता है. इस पर्व पर चारों तरफ दीये ही दीये जगमगा उठते हैं, लेक‍िन कभी सोचा है क‍ि क्‍यों हमारे देश में दीवाली (Diwali) और धार्मिक आयोजनों पर दीया (Diya) जलाने की परम्‍परा है. ह‍िंदू धर्म में रोजाना नियम से दीया क्‍यों जलाया जाता है? इसके पीछे का कारण हमारी सेहत से जुड़ा है. भारत में दीपक का इतिहास प्रामाणिक रूप से 5000 वर्षों से भी ज्यादा पुराना हैं. अग्नि का प्राचीनकाल से ही हर धर्म में महत्व है. वेदों में अग्नि को प्रत्यक्ष देवतास्वरूप माना गया है, इसलिए हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान के सामने दीपक जलाया जाता है.

मान्यता है कि दीपावली पर धनतेरस से लेकर भैया दूज तक घर के आंगन के बीचो-बीच में प्रतिदिन एक दीप जलाकर रखने से श्रीगणेश जी देवी लक्ष्मी जी बहुत प्रसन्न होते हैं और इनकी विशेष कृपा पूरे घर पर रहती है.

हिंदू धर्म मे दीपावली के दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा कर दीपों से पूरे घर को रोशन करने की परंपरा है. मान्यता है कि लक्ष्मी पूजा के बाद पहला दीपक घर के आंगन में जलाना चाहिए. इसके बाद कुछ खास स्थानों पर भी दीपक प्रज्जवलित करना चाहिए. इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साल भर उनकी कृपा से घर में सुख, शांति, सेहत और समृद्धि बनी रहती है, इससे पंचोत्सव का फल प्राप्त होता है. पूरे साल मां लक्ष्मी और श्रीगणेश के आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. धार्मिक मान्यतानुसार कुछ खास जगहों पर दीपक अवश्य जलाने चाहिए.

गौरतलब है कि आज पांच दिवसीय दिवाली उत्सव का चौथा पर्व मनाया जा रहा है, जिसे गोवर्धन पूजा के नाम से जाना जाता है. इस दिन गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है.

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