Dev Diwali 2020 Wishes in Hindi: कार्तिक अमावस्या (Kartik Amavasya) के दिन दीपावली (Deepawali) का पर्व मनाए जाने के 15 दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के दिन देवताओं की दिवाली होती है, जिसे देव दीपावली (Dev Deepawali) कहते हैं. देव दिवाली (Dev Diwali) के दिन भगवान शिव (Lord Shiva) की पावन नगरी काशी में गंगा के घाटों को सजाया जाता है और दीयों की जगमगाहट के साथ बड़े ही दिव्य व भव्य तरीके से इस उत्सव को मनाया जाता है. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली के उत्सव को मनाने के लिए सभी देवगण धरती पर काशी नगरी में आते हैं. इस दिन गंगा के सभी घाटों को दीयों की रोशनी से रोशन किया जाता है. इस दिन भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा नदी (Ganga River) में आस्था की डुबकी लगाते हैं और बनारस के 84 घाटों पर लाखों दीये जलाए जाते हैं.
देव दिवाली का उत्सव हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन संध्या के समय गंगा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है और गंगा घाटों को रोशन किया जाता है. इस बेहद खास अवसर पर आप अपनों को शुभ देव दीपावली कहने और बधाई देने के लिए इन प्यारे हिंदी विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ इमेजेस, कोट्स को सोशल मीडिया के जरिए भेज सकते हैं.
1- दीपों का ये पावन त्योहार,
आपके लिए लाए खुशियां हजार,
लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार,
शुभकामना हमारी करें स्वीकार.
शुभ देव दिवाली
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2- दीप जलते जगमगाते रहें,
हम आपको आप हमें याद आते रहें,
जब तक जिंदगी है दुआ है हमारी,
आप चांद की तरह जगमगाते रहें.
शुभ देव दिवाली
3- धन की वर्षा हो इतनी कि,
हर जगह आपका नाम हो,
दिन रात आपको व्यापार में लाभ हो,
यह देव दिवाली आपके लिए खास हो.
शुभ देव दिवाली
4- हर दम खुशियां हो साथ,
कभी दामन न हो खाली
हम सब की तरफ से,
विश यू हैप्पी देव दिवाली.
शुभ देव दिवाली
5- दीयों की रोशनी से झिलमिलाता आंगन हो,
पटाखों की गूंज से आसमान रोशन हो,
ऐसी आए झूम के ये देव दीपावली,
कि हर तरफ खुशियों का मौसम हो.
शुभ देव दिवाली
पौराणिक मान्यता के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा यानी देव दिवाली के दिन भगवान शिव ने त्रिपुरारी अवतार लेकर त्रिपुरासुर का अंत किया था और देवताओं को उसके आतंक से मुक्त कराया था, इसलिए शिवजी को त्रिपुरारी भी कहा जाता है. त्रिपुरासुर के आतंक से मुक्ति मिलने की खुशी में समस्त देवी-देवताओं ने दीये प्रज्जवलित करके दिवाली मनाई थी, माना जाता है कि तब से कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाने की परंपरा चली आ रही है.