Chitragupta Puja 2025 Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, चित्रगुप्त पूजा का पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है. दरअसल, पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Diwali Festival) का समापन भाई दूज (Bhai Dooj) वाले दिन होता है और इसी दिन यम द्वितीया (Yama Dwitiya) और चित्रगुप्त पूजा (Chitragupta Puja) का त्योहार भी मनाया जाता है. इस साल 23 अक्टूबर 2025 को चित्रगुप्त पूजा का पर्व मनाया जा रहा है. हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, चित्रगुप्त जी (Bhagwan Chitragupta) सभी प्राणियों के कर्मों का लेखा-जोखा रखने का कार्य करते हैं, इसलिए उनका मुख्य कार्य लेखनी से जोड़कर देखा जाता है. यही वजह है कि इस दिन चित्रगुप्त जी के प्रतिरूप के तौर पर कलम या लेखनी का पूजन किया जाता है. मान्यता है कि उनके पूजन से बुद्धि, वाणी और लेखनी का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
चित्रगुप्त पूजा को कायस्थ समाज के लोग चित्रगुप्त जयंती के रूप में मनाते हैं. यह पर्व व्यापारी वर्ग के लोगों के लिए भी बेहद खास होता है, क्योंकि इस दिन वो नए बहीखातों पर श्री लिखकर कार्य आरंभ करते हैं. इसके साथ ही सभी आय-व्यय का ब्योरा भी चित्रगुप्त जी के सामने रखा जाता है. ऐसे में आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.





चित्रगुप्त पूजा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि से निवृत्त होने के बाद विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है. सबसे पहले एक चौकी पर उनकी प्रतिमा स्थापित करके उन्हें रोली, अक्षत, फूल, मिठाई, फल आदि अर्पित करें. इसके बाद अपने सभी पुराने काम और बही-खातों का ब्योरा चित्रगुप्त जी की प्रतिमा के सामने रखें. इसके बाद एक सफेद कागज पर 'श्री गणेशाय नम:' और 11 बार 'ओम् चित्रगुप्ताय नम:' लिखें, फिर उनसे विद्या, बुद्धि व तरक्की के लिए प्रार्थना करें.
इसके साथ ही पूजन स्थल पर कलम, स्याही और बही-खाते को रखकर रखें, उस पर शुभ-लाभ लिखकर उसकी पूजा करें. चित्रगुप्त पूजन को 'दवात पूजन' के नाम से भी जाना जाता है. गौरतलब है कि यह पूजा आत्मनिरीक्षण का अवसर है, जो हमें धार्मिक जीवन जीने की प्रेरणा देती है.












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