Chhath Puja 2021 Rangoli Designs: छठ पूजा के महापर्व की इन मनमोहक रंगोली से बढ़ाएं शुभता, देखें लेटेस्ट डिजाइन्स
हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण त्योहारों की शुभता बढ़ाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाई जाती है, क्योंकि रंगोली को शुभता का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में छठ पूजा का महापर्व हो और आप इसकी शुभता बढ़ाने के लिए घर-आंगन में रंगोली न बनाएं, ऐसा कैसे हो सकता है, इसलिए इस खास अवसर के लिए हम लेकर आए हैं छठ पूजा के मनमोहक और लेटेस्ट रंगोली डिजाइन्स...
Chhath Puja 2021 Rangoli Designs: सूर्य देव (Surya Dev) और छठी मैया (Chhath Maiya) की उपासना के महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja) की शुरुआत 8 नवंबर, सोमवार से हो गई है. चार दिवसीय छठ पूजा महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है और उसके अगले दिन लोहंडा-खरना होता है, जबकि छठ पूजा का मुख्य पर्व तीसरे दिन मनाया जाता है. मुख्य पर्व के दौरान संध्याकाल के समय डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, जो इस साल 10 नवंबर को मनाया जा रहा है और पूजा का समापन 11 नवंबर, सप्तमी के दिन उगते सूरज को अर्घ्य दे कर किया जाएगा. इस पर्व को बिहार (Bihar), झारखंड (Jharkhand), पूर्वी उत्तर प्रदेश (East Uttar Pradesh) के अलावा देश के कई हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है.
हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण त्योहारों की शुभता बढ़ाने के लिए घर के मुख्य द्वार पर रंगोली (Rangoli) बनाई जाती है, क्योंकि रंगोली को शुभता का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में छठ पूजा का महापर्व हो और आप इसकी शुभता बढ़ाने के लिए घर-आंगन में रंगोली न बनाएं, ऐसा कैसे हो सकता है, इसलिए इस खास अवसर के लिए हम लेकर आए हैं छठ पूजा के मनमोहक और लेटेस्ट रंगोली डिजाइन्स, जिन्हें आप ट्यूटोरियल वीडियोज की मदद से आसानी से बना सकते हैं.
सरल, सुंदर और आकर्षक रंगोली
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छठ पूजा के लिए आकर्षक रंगोली
छठ पूजा के लिए सूर्य देव के चित्र वाली रंगोली
छठ पूजा स्पेशल रंगोली डिजाइन
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छठ पूजा के लिए मनमोहक रंगोली डिजाइन
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से छठ पूजा महापर्व की शुरुआत हो जाती है और षष्ठी तिथि को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा का मुख्य पर्व मनाया जाता है. छठ के दौरान व्रती करीब 36 घंटे तक व्रत रखते हैं और इस दौरान सूर्य देव व छठी मैया की उपासना की जाती है. छठी मैया को सूर्य देव की मानस बहन माना जाता है.