Buddha Purnima Greetings 2021: बुद्ध पूर्णिमा पर ये हिंदी ग्रीटिंग्स WhatsApp, Facebook Status के जरिए भेजकर दें शुभकामनाएं
बुद्ध पूर्णिमा भगवान बुद्ध के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है. इस साल बुद्ध पूर्णिमा 26 मई को है. बौद्ध परंपराओं के अनुसार राजकुमार सिद्धार्थ जो बाद में गौतम बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए उनका जन्म 623 ईसा पूर्व नेपाल के तराई क्षेत्र में लुंबिनी में हुआ था. लुंबिनी अब एक लोकप्रिय तीर्थस्थल और यूनेस्को की विश्व धरोहर है.
बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2021) भगवान बुद्ध के जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है. इस साल बुद्ध पूर्णिमा 26 मई को है. बौद्ध परंपराओं के अनुसार राजकुमार सिद्धार्थ जो बाद में गौतम बुद्ध के नाम से प्रसिद्ध हुए उनका जन्म 623 ईसा पूर्व नेपाल के तराई क्षेत्र में लुंबिनी में हुआ था. लुंबिनी अब एक लोकप्रिय तीर्थस्थल और यूनेस्को की विश्व धरोहर है. भगवान बुद्ध के जन्म की सही तारीख ज्ञात नहीं है. हम हिंदू चंद्र कैलेंडर के आधार पर बुद्ध पूर्णिमा मनाते हैं. दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ हिस्सों में भगवान बुद्ध के जन्म को वेसाक के रूप में मनाया जाता है, यह त्योहार बुद्ध के ज्ञानोदय के दिन को भी चिह्नित करता है. यह भी पढ़ें: Lunar Eclipse 2021: साल का पहला चंद्र ग्रहण कल, क्या भारत में दिखाई देगा ब्लड मून, जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
बुद्ध पूर्णिमा एक अत्यंत शुभ दिन है. माना जाता है कि इसी दिन गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) को बुद्ध जयंती (Buddha Jayanti), वेसाक (Vesak) और वैशाख (Vaishakh) के नाम से भी जाना जाता है. उत्तर भारत में भगवान बुद्ध को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है. हालांकि, दक्षिणी राज्यों में, बुद्ध को कभी भी विष्णु का अवतार नहीं माना जाता है. बौद्ध भी बुद्ध को भगवान विष्णु का अवतार नहीं मानते हैं. बौद्ध धर्म के लोग इस दिन को बहुत ही धूम धाम से मनाते हैं. आप भी नीचे दिए गए विशेज और मैसेजेस भेजकर शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1. बुद्ध पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं
2. बुद्ध पूर्णिमा की बधाई
3. बुद्ध पूर्णिमा 2021
4. हैप्पी बुद्ध पूर्णिमा
5. बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं
बुद्ध पूर्णिमा का बहुत बड़ा महत्व है. इस दिन दुनिया भर के बौद्ध समुदाय के लोग प्रार्थना, मंत्रोच्चार, ध्यान और उपवास करते हैं, भगवान बुद्ध के उपदेशों पर चर्चा करते हैं और उनकी शिक्षाओं को संजोते हैं. भारत में बुद्ध जयंती पर लोग पवित्र नदी गंगा में डुबकी लगाते हैं, ऐसा कहा जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं.