Lunar Eclipse 2021: साल का पहला चंद्र ग्रहण कल, क्या भारत में दिखाई देगा ब्लड मून, जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

Lunar Eclipse 2021: साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) कल यानी 26 मई 2021 को लगने जा रहा है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) और सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) को एक अशुभ घटना माना जाता है. दरअसल, साल में ऐसे दिन होते हैं जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं जो सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण की ओर ले जाते हैं. चंद्र ग्रहण तब होता है, जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में इस तरह से आ जाती है कि उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है. वहीं सूर्य ग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है. ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण का असर देश और दुनिया के साथ-साथ 12 राशियों पर भी पड़ सकता है. चलिए जानते हैं कि साल के पहले चंद्र ग्रहण पर क्या भारत में दिखाई देगा ब्लड मून (Blood Moon), जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें.

कब और कहां देखें चंद्र ग्रहण?

26 मई 2021 (बुधवार) को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है और खगोलविदों ने दावा किया है कि यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. भारत, दक्षिण एशिया, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर और अंटार्कटिका में साल के पहले ग्रहण को देखा जा सकेगा.

साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण विशेष रूप से सुपर मून इवेंट होने जा रहा है, क्योंकि इसे सुपरमून कहा जा रहा है और चंद्र ग्रहण के दौरान लाल रक्त चंद्रमा होगा, जिसे ब्लड मून भी कहा जाता है. यह भी पढ़ें: Lunar Eclipse 2021: कब लगेगा साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण? जानें तिथि और सूतक काल से लेकर इस ग्रहण से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

चंद्र ग्रहण का समय

साल 2021 में कुल दो चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जिसमें पहला चंद्र ग्रहण 26 मई 2021 (वैशाख मास की पूर्णिमा) को दोपहर 2.17 बजे लगेगा और शाम 7.19 बजे तक रहेगा. पूर्ण चंद्र ग्रहण चरण शाम 4:39 बजे से शुरु होगा और शाम 4:58 बजे समाप्त होगा, जबकि साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगेगा.

हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण के दौरान तेज और धारदार चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. आमतौर पर सूतक काल चंद्र ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है और ग्रहण खत्म होने के साथ ही खत्म हो जाता है.