Bakrid Mubarak 2022 Photo Wishes: बकरीद की दें मुबारकबाद! शेयर करें ये HD Images, WhatsApp Messages, GIF Greetings और Wallpapers
इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत इब्राहिम के अल्लाह के प्रति समर्पण को सम्मान देने के लिए बकरीद के त्योहार को मनाते हैं. इस खास पर्व की लोग गले मिलकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं और ईद मुबारक कहते हैं. ऐसे में इस पावन अवसर पर आप भी इन फोटो विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर करके उन्हें बकरीद की मुबारकबाद दे सकते हैं.
Bakrid Mubarak 2022 Photo Wishes: इस्लाम धर्म में रमजान ईद (Ramzan Eid) यानी मीठी ईद (Meethi Eid) के करीब दो महीने बाद बकरीद (Bakrid) का पर्व मनाया जाता है, जिसका विशेष महत्व बताया जाता है. बकरीद के त्योहार को बकरा ईद (Bakra Eid), कुर्बानी ईद (Qurbani Eid) और ईद-उल-अजहा (Eid-al-Adha) जैसे विभिन्न नामों से जाना जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, इस साल 10 जुलाई 2022 को बकरीद मनाई जाएगी, जबकि इस्लामिक चंद्र कैलेंडर के बारहवें महीने धू-अल-हिज्जा के दसवें दिन दुनिया भर के मुसलमान बकरीद का त्योहार मनाते हैं. इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह ईदगाह और मस्जिदों में सुबह नमाज अदा करते हैं, जिसके बाद अल्लाह की इबादत में बकरों की कुर्बानी देने की परंपरा निभाई जाती है. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार, पैगंबर हजरत इब्राहिम ने कुर्बानी देने की परंपरा शुरु की थी, इसलिए इसे कुर्बानी का त्योहार भी कहा जाता है.
इस्लाम धर्म के लोग पैगंबर हजरत इब्राहिम के अल्लाह के प्रति समर्पण को सम्मान देने के लिए बकरीद के त्योहार को मनाते हैं. इस खास पर्व की लोग गले मिलकर एक-दूसरे को बधाई देते हैं और ईद मुबारक कहते हैं. ऐसे में इस पावन अवसर पर आप भी इन फोटो विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और वॉलपेपर्स को अपनों संग शेयर करके उन्हें बकरीद की मुबारकबाद दे सकते हैं.
1- बकरीद मुबारक 2022
2- बकरीद मुबारक 2022
3- बकरीद मुबारक 2022
4- बकरीद मुबारक 2022
5- बकरीद मुबारक 2022
ईद-उल-अजहा यानी बकरीद से जुड़ी मान्यता के अनुसार, अल्लाह ने पैगंबर हजरत इब्राहिम से उनकी सबसे प्यारी चीज की कुर्बानी मांगी थी. वो अपने बेटे को सबसे ज्यादा प्यार करते थे, लेकिन अल्लाह का हुक्म मानते हुए वो अपने बेटे की कुर्बानी देने को तैयार हो गए. जब वो अपने बेटे की कुर्बानी देने जा रहे थे, तभी हजरत इब्राहिम के इस समर्पण को देखकर अल्लाह काफी खुश हुए और कुर्बानी की जगह बकरे को बदल दिया. इससे उनके बेटे को जीवनदान मिला, इसलिए अल्लाह के प्रति उनके समर्पण भाव का सम्मान करते हुए लोग बकरीद के दिन बकरे की कुर्बानी देते हैं.