Anant Chaturdashi 2024 Messages: हैप्पी अनंत चतुर्दशी! इन भक्तिमय हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, GIF Greetings के जरिए दें बप्पा को विदाई
अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करके कैलाश पर्वत लौट जाते हैं. अनंत चतुर्दशी के दिन भक्त ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ के जयकारे लगाकर उनका विसर्जन करते हैं. इस खास अवसर पर आप इन भक्तिमय मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर अपनों से हैप्पी अनंत चतुर्दशी कहते हुए बप्पा को विदाई दे सकते हैं.
Anant Chaturdashi 2024 Messages in Hindi: आज (17 सितंबर 2024) अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) मनाई जा रही है और गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) की विदाई के साथ दस दिवसीय गणेशोत्सव (Ganeshotsav) का आज समापन होने जा रहा है. गणपति बप्पा की उपासना के दस दिवसीय पर्व गणेशोत्सव से जुड़ी प्रचलित कथा के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से महर्षि वेदव्यास (Maharishi Vedvyas) ने भगवान गणेश (Lord Ganesha) को महाभारत की कथा सुनाना प्रारंभ किया था और गणेश जी लगातार दस दिनों तक महाभारत की कथा लिखते रहे. दसवें दिन जब कथा संपन्न हुई तो गणेश जी के शरीर का तापमान काफी बढ़ गया था, जिसके बाद महर्षि वेदव्यास जी ने उन्हें तालाब में स्नान कराया था. कहा जाता है कि तालाब में स्नान करने के बाद उनके शरीर का तापमान नियंत्रित हुआ. ऐसी मान्यता है कि गणेश जी ने अनंत चतुर्दशी के दिन तालाब में स्नान किया था, इसलिए हर साल अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति बप्पा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है.
गणेश चतुर्थी के दिन भक्त धूमधाम से गणपति बप्पा की प्रतिमाओं को अपने घरों और सार्वजनिक पंडालों में स्थापित करते हैं, फिर दस दिनों तक लोग पूरे विधि-विधान से उनकी आराधना करते हैं. इसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन भक्त ‘गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ’ के जयकारे लगाकर उनका विसर्जन करते हैं. इस खास अवसर पर आप इन भक्तिमय मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर अपनों से हैप्पी अनंत चतुर्दशी कहते हुए बप्पा को विदाई दे सकते हैं.
हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का पर्व मनाया जाता है और इसी के साथ दस दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत हो जाती है, फिर भाद्रपद शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी यानी अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति बप्पा (Ganpati Bappa) फिर से कैलाश लौट जाते हैं. गणेशोत्सव के दौरान हर तरफ 'गणपति बप्पा मोरया, मंगलमूर्ति मोरया' के जयकारे सुनाई देते हैं और हर कोई गणेश जी की भक्ति में सराबोर नजर आता है. अपने भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर गणपति बप्पा उन्हें सुख-समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद देते हैं.