Alvida Jumma 2021 Wishes & HD Images: जुमा-तुल-विदा पर इन शानदार WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIFs, Wallpapers के जरिए कहें अलविदा जुमा
अलविदा जुमा के दिन इस्लाम धर्म के लोग अल्लाह की इबादत के साथ इस बात का शुक्र अदा करते हैं कि उन्हें माह-ए-रमजान में रोजा रखने, तरावीह पढ़ने और अल्लाह की इबादत करने का मौका नसीब हुआ. इसके साथ ही लोग एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं. आप भी जुमा-तुल-विदा पर इन शानदार विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ और वॉलपेपर्स के जरिए अलविदा जुमा कह सकते हैं.
Alvida Jumma 2021 Wishes & HD Images: इस्लाम धर्म के सबसे पाक महीने माह-ए-रमजान (Mah-e-Ramzan) में पड़ने वाले आखिरी जुमा को अलविदा जुमा (Alvida Jumma) कहते हैं. मान्यता है कि रमजान (Ramzan) शरीफ के तीसरे और आखरी अशरे में की गई इबादत रोजेदारों को जहन्नुम की आग से बचाती है. इस अशरे में जो आखिरी जुम्मा आता है उसे अलविदा जुमा कहते हैं. आज अलविदा जुम्मा है, इस दिन का इस्लाम में बहुत ही खास महत्व है. इस दिन दुनिया भर के मुसलमान अपना सारा दिन अल्लाह की इबादत करके गुजारते हैं. यह जुमा अन्य जुमा के मुकाबले इसलिए भी खास है, क्योंकि यह रमजान के महीने का आखिरी जुमा यानी शुक्रवार है. हालांकि इस साल कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second Wave of Coronavirus) के प्रकोप के चलते ज्यादातर लोग अपने घरों में रहकर ही अलविदा जुमा की नमाज अदा कर रहे हैं.
रमजान का आखिरी जुमा आने का मतलब है कि ईद अब बस आने को है, क्योंकि इसे ईद के चांद से पहले का आखिरी जुमा कहा जाता है. इस दिन इस्लाम धर्म के लोग अल्लाह की इबादत के साथ इस बात का शुक्र अदा करते हैं कि उन्हें माह-ए-रमजान में रोजा रखने, तरावीह पढ़ने और अल्लाह की इबादत करने का मौका नसीब हुआ. इसके साथ ही लोग एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं. आप भी जुमा-तुल-विदा पर इन शानदार विशेज, एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ और वॉलपेपर्स के जरिए अलविदा जुमा कह सकते हैं.
1- अलविदा जुमा 2021
2- अलविदा जुमा 2021
3- अलविदा जुमा 2021
4- अलविदा जुमा 2021
5- अलविदा जुमा 2021
जुमा-तुल-विदा यानी अलविदा जुमा की अहमियत को इस बात से समझा जा सकता है कि खुद अल्लाह तआला ने पवित्र कुरआन शरीफ में इस दिन को मुसलमानों के लिए खास फरमाया है. अलविदा जुमा की नमाज दुनिया के हर मुसलमान के लिए बेहद खास होती है. इस दिन लोग रब की इबादत में अपना ज्यादा समय बिताते हैं. कहा जाता है कि अलविदा जुमा की नमाज के बाद सच्चे दिल से अगर अल्लाह से कोई फरियाद की जाए तो अल्लाह बंदे की हर जायद दुआ कुबूल करते हैं और उनके गुनाहों को माफ करते हैं.