शीत-ऋतु में अकसर सूर्य की रोशनी यानी धूप का असर कमजोर ही रहता है, कभी-कभी हफ्तों सूर्य के दर्शन नहीं होते. इससे शरीर में विटामिन D की कमी होती है, इसलिए सूर्योदय के बाद जब भी धूप निकले तो थोड़ी देर के लिए धूप से शरीर को अवश्य सेंकना चाहिए.
सर्दी के मौसम में अकसर सूर्य की किरणों यानी धूप का असर कम रहता है, जिसकी वजह से शरीर में विटामिन D की कमी की शिकायत हो जाती है, जिसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है, तमाम तरह की छोटी-बड़ी बीमारियां शरीर को परेशान करने लगती हैं. ऐसे में डॉक्टर्स एवं दवाइयों से बचने का सबसे सहज एवं प्राकृतिक इलाज है कि सूर्योदय के पश्चात कुछ घंटे धूप का आनंद लिया जाये. इसी बहाने शरीर को विटामिन D की खुराक मिल जाती है और थोड़ी देर टहल लेने से व्यायाम की कमी पूरी हो जाती है और आप चुस्त-दुरुस्त रहते हैं. आइये जानते हैं कि सर्दी के दिनों में धूप लेने से आप किन-किन बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं.
विटामिन D की भरपाई
सूर्य की किरणें यानी धूप विटामिन D का एकमात्र प्राकृतिक स्त्रोत होता है. शरीर को नियमित धूप दिखाने से हड्डियों की अधिकांश बीमारियों मसलन जोड़ों का दर्द, बदन दर्द, घुटनों का दर्द, मसल्स पेन इत्यादि से मुक्ति मिलती है. चिकित्सकों का भी मानना है कि नियमित धूप लेकर आप विटामिन D की इतनी भरपाई कर लेते हैं कि आपको विटामिन D की गोलियां नहीं लेनी पड़तीं. यह भी पढ़ें : Lucky Fruits for New Year 2022: आम से तरबूज तक 5 ये फल! नववर्ष पर ला सकता है, आपके जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और ऊर्जा की क्रांति!
अवसाद आदि से दूर रखता है
अवसाद पर नियंत्रण पाया जा सकता है. दरअसल सूर्य की रोशनी मस्तिष्क को हार्मोन सेरोटोनिन जारी करती है, जो डिप्रेशन, सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर, साइकॉलजिकल-इमोशनल हेल्थ और बॉडी क्लॉक-रिद्म के संतुलन में लाभदायक साबित होते है. यह आपके संयम तथा शांति को विकसित करती है. अगर आपको अवसाद की समस्या नहीं है तब भी धूप सेंकने से मूड अच्छा और फ्रेश बनता है.
हड्डियां मजबूत होती हैं
विटामिन D शरीर को कैल्सियम को अवशोषित करने में मदद करता है, जिसकी वजह से हड्डियां मजबूत बनी रहती हैं, और इससे हड्डियों से जुड़ी समस्याओं गठिया एवं ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में मदद मिल सकती है, साथ ही आपकी मांसपेशियां सक्रिय बनी रहती है, जो आपको चुस्त-दुरुस्त रखता है.
इम्यून सिस्टम को सशक्त बनाती है
शरीर को नियमित धूप दिखाने से रोग प्रतिरोधक शक्ति यानी इम्युनिटी मजबूत बनी रहती है. इस वजह से ह्रदय रोग, मांस पेशियों में अकड़न, फ्लू और कुछ ऑटोइम्यून रोग तथा कैंसर एवं और भी शारीरिक समस्याओं की जोखिम को कम करता है.
पाचन क्रिया सुचारु रहता है
आयुर्वेद चिकित्सा में भी धूप के कई फायदे बताये गये हैं. सर्दी के दिनों में धूप लेने से शरीर में पाचन क्रिया जठराग्नि द्वारा संचालित होता है, जिसका मुख्य स्त्रोत सूर्य होता है. दोपहर में जब सूर्य शिखर पर रहता है. उस समय अपेक्षाकृत जठराग्नि भी ज्यादा सक्रिय होती है. इसीलिए चिकित्सकों की सलाह होती है कि दोपहर के समय भोजन करने से यह अच्छी तरह से पचता है.
अनिद्रा को दूर करता है
सर्दी के दिनों में शरीर को धूप दिखाने से अनिद्रा की समस्या दूर होती है, क्योंकि धूप का प्रत्यक्ष असर हमारे पीनियल ग्रंथियों पर पड़ता है. यह ग्रंथि शरीर में मेलाटोनिन नाम हार्मोन का निर्माण करती है. ऐसा पावरफुल एंटी-ऑक्सीडेंट मेलाटोनिन हमारी नींद की क्वॉलिटी तय करता है और डिप्रेशन को भी दूर रखता है
त्वचा संबंधी लाभ
सर्दी के दिनों में सूर्य की रोशनी शरीर पर लेने से त्वचा संबंधी कई लाभ होते हैं. इससे खून साफ होता है और फंगल प्रॉब्लम, एग्जिमा, सोरायसिस और स्किन संबंधी दूसरी कई बीमारियां हमसे दूर ही रहती हैं. यह ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में मदद करती है.