दुनिया का सबसे पुराना वर्किंग EIR-21 स्टीम लोकोमोटिव एक बार फिर हैरिटेज रन के रूप में पटरी पर उतरा, देखें वीडियो
EIR-21 स्टीम लोकोमोटिव, (फोटो क्रेडिट्स: YouTube)

दुनिया का सबसे पुराना स्टीम लोकोमोटिव, ईआईआर -21 एक बार फिर हैरिटेज रन के रूप में  पटरी पर उतरा. स्टीम लोकोमोटिव, ईआईआर -21 को 14 दिसंबर 2019 को चेन्नई एग्मोर स्टेशन से कोडम्बक्कम रेलवे स्टेशन के बीच एनुअल हैरिटेज के रूप में चलाया गया. फेयरी क्वीन की तरह हुबहू दिखनेवाली यह एक्सप्रेस 164 साल पुरानी है. इस लोकोमोटिव को मूल रूप से सन 1855 में इंग्लैंड से भारत भेजा गया था. 1909 में सेवा से हटने के बाद इसे जमालपुर वर्कशॉप्स और हावड़ा स्टेशन पर 101 वर्षों से एक्जीबिशन के तौर पर रखा गया था.

काफी सालों तक तेज धूप और बारिश के कारण लोको के कई हिस्से खराब हो गए थे और कुछ हिस्से गायब हो गए थे, कुछ टूट गए और कुछ इस्तेमाल के लिए अयोग्य थे. जिसके बाद लोको वर्कशॉप पेरम्बूर ने 2010 में एक्सप्रेस ईआईआर 21 को पुनर्जीवित करने की चुनौती ली और इस चुनौती पर वे खरे भी उतरे. लोको EIR-21 हुबहू फेयरी क्वीन ईआईआर 22 की तरह दिखाई देता है. इसका नाम दुनिया के सबसे पुराने वर्किंग स्टीम लोकोमोटिव के रूप में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है. यह अभी भी दोनों शहरों के बीच 60-सीटर कार्यात्मक दो-कोच लक्जरी पर्यटक ट्रेन के रूप में कार्य कर रहा है.

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लेकिन एक्सप्रेस लोको ’को अभी भी फेयरी क्वीन से अधिक पुराना माना जाता है, Refurbished EIR 21 आधुनिक रूप से गिज़्मो जैसे जीपीएस-आधारित स्पीडोमीटर को सहजता से अपनाने के लिए भी प्रसिद्ध है. बता दें कि 73 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य पर ईआईआर -21 हैरिटेज रन के रूप में चेन्नई एगमोर से कोडम्बक्कम तक चलाई गई थी.