Farmers Protest: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. प्रदर्शन कर रहे किसानों का आज धरने का चौथा दिन है. किसानों का आंदोलन जल्द से जल्द बातचीत से खत्म किया जा सके. गृहमंत्री अमित शाह ( Union Home Minister Amit Shah) ने किसानों से अनुरोध किया कि वे अपना आंदोलन सीमा सिंधु बॉर्डर से बुराड़ी मैदान ले कर जाए. लेकिन किसानों ने उनके प्रस्ताव को ठुकराते हुए उनकी तरफ से फैसला लिया गया है कि इनका आंदोलन बुराड़ी नहीं जाएगा. क्योंकि वह आंदोलन की जगह नहीं है बल्कि एक खुली जेल है.
किसानों के आंदोलन को लेकर किसान संगठन बीकेयू क्रांतिकारी (पंजाब) के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा हमने फैसला किया है कि हमारे मंच से किसी राजनीतिक पार्टी को बोलने का मौका नहीं दिया जाएगा, चाहे कांग्रेस, बीजेपी, आम आदमी पार्टी या कोई अन्य पार्टी हो. हमारी कमिटी दूसेर संगठनों को अनुमति देगी, जो हमारे समर्थन में हैं और हमारे नियमों को मुताबिक बोलेंगे. यह भी पढ़े: Farmers Protest: पीएम मोदी के ‘मन की बात’ पर राहुल गांधी का कटाक्ष, कहा- यह समय किसानों की बात का
We've decided that we won't allow any political party leader to speak on our stage, be it Congress, BJP, AAP or other parties. Our Committee will allow other organisations, who are supporting us, to speak if they follow our rules: Surjeet S Phul, President, BKU Krantikari (Punjab https://t.co/lzrhJ9PtAT pic.twitter.com/LX0lfilCNF
— ANI (@ANI) November 29, 2020
वहीं किसानों का आंदोलन उग्र होते देख केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार किसानों से तीन दौर की वार्ता कर चुकी है, चौथी बार 3 दिसंबर को मिलने का प्रस्ताव दिया था. सरकार हर स्तर पर खुले मन से बातचीत करने को तैयार है पर किसान यूनियन को बातचीत का माहौल बनाना चाहिए. उन्हें आंदोलन का रास्ता छोड़ चर्चा का रास्ता अपनाना चाहिए.