Bihar Floods: बाढ़ की चपेट में बिहार, 25 वर्षीय महिला ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान NDRF की नाव में बच्ची को दिया दिया जन्म
असम समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की वजह से लोगों का जनप- जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. इस बीच बाढ़ को लेकर असम के बाद सबसे ज्यादा तबाही देखी जा रही है तो बिहार हैं. जहां कई जिलें बाढ़ की वजह से इसकी चपेट में आ गए हैं. जिसकी वजह से लाखों लोगों को राहत शिविरों में रहना पड़ रहा है. इस बीच बिहार से ही खबर है कि बाढ़ ने फंसी एक गर्भवती महीने ने एनडीआरएफ की नौका में जन्म दिया.
Bihar Floods: असम समेत देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की वजह से लोगों के जन-जीवन को अस्त व्यस्त हो गया है. इस बीच बाढ़ को लेकर असम के बाद सबसे ज्यादा भयाव स्थित कही देखी जा रही है तो वह बिहार हैं. जहां बाढ़ की वजह से कई जिले इसकी चपेट में आ गए हैं. जिसकी वजह से लाखों लोगों को राहत शिविरों में रहना पड़ रहा है. बाढ़ को लेका रही बिहार से खबर है कि बाढ़ में फंसी एक गर्भवती महिला को एनडीआरएफ (NDRF) की टीम रेस्क्यू कराने के लिए गई थी. लेकिन महिला ने बच्ची को एनडीआरएफ की नाव में ही जन्म दे दिया दिया.
गर्भवती महिला बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रहने वाली है. जिसकी उम्र 25 साल बताई जा रही है. जो बिहार में आए बाढ़ में अपने घर में फंसी हुई थी. जिसके पेट में दर्द होने पर इसकी सूचना राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को मिलने के बाद नाव लेकर महिला को रेस्क्यू करने के लिए पहुंचे. एनडीआरएफ की टीम महिला को रेस्क्यू करके ला ही रही थी कि महिला के पेट में तेज दर्द होने पर वह नाव में ही बच्ची को जन्म दे दिया. जिसके बाद महिला और बच्ची को एम्बुलेंस द्वारा पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया. जहां पर मां और बच्ची दोनों ठीक है. यह भी पढ़े: Bihar Flood: बिहार में बाढ़ के कारण सुगौली-नरकटियागंज रेलखंड पर भी रोका गया परिचालन, 10 जिले बुरी तरह प्रभावित
बता दें कि बाढ़ प्रभावित जिलों में पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज और खगड़िया इसमें शामिल हैं. बागमती, बुढ़ी गंडक, कमलाबलान, लालबकैया, अधवारा, खिरोई, महानंदा और घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. वहीं बाढ़ के पानी की वजह से बिहार की कई ट्रेने प्रभावित हुई हैं. राज्य में आये बाढ़ को लेकर इन प्रमुख जिलों में करीब 10.61 लाख लोग प्रभावित हैं. जिनके राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की 13 और एसडीआरएफ की आठ टीमें बिहार में तैनात हैं.