मुंबई: महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) को हटाकर एनसीपी नेता अजित पवार (Ajit Pawar) को 10 अगस्त के करीब महाराष्ट्र का सीएम बनाया जाएगा. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के इस दावे को खारिज कर दिया है. फडणवीस ने कहा कि अजित पवार इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे और दो जुलाई से पहले हुई बैठकों के दौरान उन्हें यह बात बता दी गई थी, तब अजित पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) गुट को महाराष्ट्र सरकार में शामिल किया गया था. Maharashtra: अजित पवार से मिले उद्धव ठाकरे, डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली मीटिंग, देखें VIDEO.
राकांपा के वरिष्ठ और राज्य के उपमुख्यमंत्री पवार को 10 अगस्त के आसपास मुख्यमंत्री नियुक्त किए जाने के चव्हाण के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि 10 अगस्त तक कैबिनेट का विस्तार किया जा सकता है और इससे ज्यादा कुछ नहीं.
दरअसल, पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि शिंदे के गृह जिले ठाणे के बाहर उनका सीमित प्रभाव है. ऐसे में बीजेपी उनके नेतृत्व में अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहती. चव्हाण ने कहा था कि बीजेपी अजित पवार में एक विकल्प देखती है और उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहती है.
फडणवीस ने विधान भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ''महायुति (महागठबंधन) में सबसे बड़ी पार्टी के नेता के तौर पर, मैं आपको आधिकारिक तौर पर बता रहा हूं कि अजित पवार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे.'' उन्होंने जोर देकर कहा कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने रहेंगे और इस बाबत कोई बदलाव नहीं होगा.
फडणवीस ने यह भी दावा किया कि सत्ता-बंटवारे के फॉर्मूले के बारे में अजित पवार को स्पष्ट तौर पर बता दिया गया था और वह इस पर सहमत हुए थे. उन्होंने कहा, ''वह (अजित) न केवल इस पर सहमत हुए बल्कि अपने भाषण में यह भी स्पष्ट कर दिया कि महाराष्ट्र में नेतृत्व बदलने पर कोई चर्चा नहीं हुई है.''
फडणवीस ने चव्हाण पर अफवाहें फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “उन्हें 'महायुति' के बारे में लोगों को भ्रमित करना बंद करना चाहिए. नेता तो भ्रमित नहीं होते लेकिन पार्टी कार्यकर्ता जरूर भ्रमित हो जाते हैं. पृथ्वीराज चव्हाण जैसे लोग अफवाह फैला रहे हैं. 10 अगस्त तक अगर कुछ होने वाला है तो वह होगा राज्य मंत्रिपरिषद का विस्तार. मुख्यमंत्री इस पर फैसला लेंगे.” अजित पवार और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के आठ विधायक दो जुलाई को शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे.