नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा है, पार्टी कई प्रमुख सीटों पर चुनाव हारी है. उनमें फैजाबाद सीट भी शामिल है. फैजाबाद सीट में ही अयोध्या नगरी आती है, जहां भगवान राम का भव्य राम मंदिर बनने के बाद माना जा रहा था कि ये सीट बीजेपी के लिए बहुत आसान है, लेकिन इस सीट के परिणाम बेहद चौंकाने वाले रहे. फैजाबाद (अयोध्या) से बीजेपी की लोकसभा चुनाव में हार को लेकर संतों और स्थानीय लोगों में रोष है. रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने बीजेपी प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार का कारण बताया है.
रामा दल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि राम ने कहा, "बीजेपी प्रत्याशी ओवर कॉन्फिडेंस के कारण हारे. उनका 'जनसंपर्क अभियान' कमजोर था. इसके विपरीत समाजवादी पार्टी का अभियान बहुत मजबूत था. उन्हें लगा कि वे पीएम मोदी के नाम पर जीत जाएंगे. उन्हें लोगों के दरवाजे पर जाना चाहिए था. हार का कारण प्रत्याशी खुद हैं."
लल्लू सिंह को ओवर कॉन्फिडेंस ले डूबा
VIDEO | There has been a furore among Saints and the local people about the BJP losing the Lok Sabha Election from Faizabad (Ayodhya). Here's what Kalki Ram, President, Rama Dal Trust said on the loss of BJP candidate Lallu Singh.
"BJP candidate lost due to over-confidence. His… pic.twitter.com/ttexGjqwyY
— Press Trust of India (@PTI_News) June 5, 2024
अयोध्या में राम मंदिर के बावजूद मिली हार
फैजाबाद संसदीय क्षेत्र में बीजेपी के उम्मीदवार और सांसद लल्लू सिंह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद से 54567 मतों के अंतर से हार गए. निर्वाचन आयोग के अनुसार फैजाबाद (अयोध्या) संसदीय सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद को 5,54,289 मत मिले, जबकि लल्लू सिंह को 4,99,722 मिले. बसपा के सच्चिदानंद पांडेय को 46407 मत पाकर संतोष करना पड़ा. फैजाबाद में 2014 और 2019 में बीजेपी से जीते लल्लू सिंह तीसरी बार ‘हैट्रिक’ लगाने से वंचित रह गए.
लल्लू सिंह को दलित समाज से आने वाले मिल्कीपुर (आरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक और पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद ने पराजित किया है. लल्लू सिंह का चुनाव में पराजित होना इसलिए अधिक मायने रखता है क्योंकि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान श्री रामलला के भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की थी.