पश्चिम बंगाल पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स को बड़ी कमायाबी हाथ लगी है. पुलिस ने बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (Jamaat-ul-Mujahideen Bangladesh, JMB) वांटेड आतंकवादी अब्दुल करीम को पकड़ लिया है. आतंकवादी अब्दुल करीम को पुलिस ने मुर्शिदाबाद (Murshidabad) के पास से पकड़ा है. अब्दुल करीम की तलाश लंबे समय से पुलिस, एनआईए और खुफिया विभाग को थी. जिसे अब अदालत में पेश किया जाएगा. बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश पश्चिम बंगाल में लंबे समय से पैर पसारने की फिराक में हैं. लेकिन खुफिया एजेंसियों की सतर्कता के कारण उनके मंसूबों पर हर बार पानी फिर जा रहा है. अब्दुल करीम का पकड़ा जाना एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है.
वहीं गिरफ्तार अब्दुल करीम से पूछताछ के दौरान इस बात की जानकारी ली जाएगी कि उनका नेटवर्क कहां-कहां काम कर रहा है. इसके साथ जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश जुड़े लोगों की जानकारी भी इकठ्ठा की जा सकती है. पिछले साल केंद्र सरकार ने जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था. बांग्लादेश की राजधानी ढाका साल 2006 में हुए आतंकी हमले का जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश को माना जाता है. इस हमले में 17 विदेशी नागरिकों समेत 22 लोगों की मौत हुई थी.
ANI का ट्वीट:-
West Bengal: Kolkata Police's Special Task Force today arrested Abdul Karim, a wanted Jamaat-ul Mujahideen Bangladesh (JMB) terrorist, from Suti Police Station area in Murshidabad. He will be produced before a court today. pic.twitter.com/roPYk9hJZV
— ANI (@ANI) May 29, 2020
वहीं जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए युवाओं में कट्टरपंथी भावनाएं भर के उकसाने और उनकी भर्ती करने का काम करने में लिप्त पाया गया था. इसके अलावा यह भी जानकारी सामने आई थी कि पश्चिम बंगाल के वर्धमान और 19 जनवरी 2018 को बिहार के बोध गया में हुए बम धमाकों के पीछे भी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश का हाथ था.