West Bengal: कांग्रेस नेता ने अभिषेक बनर्जी का केस लेने लेने के लिए सिंघवी को लिखा पत्र
Abhishek Banerjee (Photo Credit: Twitter)

कोलकाता, 30 अप्रैल: पश्चिम बंगाल में कांग्रेस नेता और कलकत्ता हाई कोर्ट के वकील कौस्तव बागची ने रविवार को अपने वरिष्ठ पार्टी सहयोगी अभिषेक मनु सिंघवी को एक कड़ा पत्र लिखा है. पत्र में बागची ने तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी केस की जानकारी लेने के लिए कड़े शब्दों में उनकी निंदा की है. पत्र में बागची ने कहा है कि हालांकि एक पेशेवर और वरिष्ठ अधिवक्ता सिंघवी के पास कोई भी ब्रीफ चुनने का पूरा अधिकार है, लेकिन कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के रूप में वह अपनी पार्टी और पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रति अपने दायित्वों की अनदेखी नहीं कर सकते. यह भी पढ़ें: Arun Haldar On Mamata Banerjee: एनसीएससी उपाध्यक्ष अरुण हलदर का बड़ा बयान, कहा- वोट बैंक की राजनीति के लिए समुदाय विशेष को बचा रही हैं ममता बनर्जी

बागची ने यह भी बताया कि सिंघवी के अभिषेक बनर्जी केस से जुड़ी जानकारी लेने के फैसले से पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की विश्वसनीयता पर खराब असर पड़ रहा है। पत्र की एक प्रति आईएएनएस के पास है. बागची के पत्र में लिखा, पश्चिम बंगाल में भ्रष्ट और दमनकारी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ कांग्रेस लगातार लड़ रही है.. लेकिन हमारी विश्वसनीयता तब गिरती है जब आप पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ व्यवस्था और उसके नेता का बचाव करते हैं. पश्चिम बंगाल कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेताओं का साफ कहना है कि हमें आप पर शर्म आती है.

सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अभिषेक बनर्जी के खिलाफ मामलों को कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय की अदालत से ट्रांसफर करने का आदेश दिया. इसके तुरंत बाद, बागची ने सिंघवी की आलोचना की क्योंकि सिंघवी उस मामले में अभिषेक बनर्जी का केस लड़ रहे थे.

बागची ने लिखा, सिंघवी पेशेवर वकील का अपना तर्क रख सकते हैं. लेकिन उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि वकील होने के अलावा वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी हैं। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के सामान्य कार्यकर्ता इसे स्वीकार नहीं कर सकते. इस तरह की टिप्पणी करने के लिए पार्टी मेरे खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है.

पिछले साल मई में बागची ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट परिसर में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. चिदंबरम कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी द्वारा दायर एक मामले में तृणमूल कांग्रेस सरकार की ओर से केस लड़ रहे थे.