कोलकाता, 29 अक्टूबर: पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में बृहस्पतिवार को रैली निकालने से रोकने पर पार्टी समर्थक हावड़ा जिले के बगनान में पुलिस से भिड़ गए.
भाजपा ने अपने कार्यकर्ता किंकर मांझी की हत्या के विरोध में बगनान विधानसभा क्षेत्र में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था. मांझी ने बुधवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. मांझी को उसके पड़ोसी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता ने 24 अक्टूबर को भूमि विवाद चलते कथित तौर पर गोली मार दी थी जिसके बाद कोलकाता के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था.
भगवा पार्टी को रैली निकालने की अनुमति नहीं मिलने के बाद भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष और बिष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बात करने के लिए बगनान पुलिस थाने के अंदर गए.
यह भी पढ़े: बटला हाउस मुठभेड़ को फर्जी ठहराने के लिए झूठी खबरों, अफवाहों का सहारा लिया गया: करनल सिंह.
जब खान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बात कर रहे थे, तब भी भाजपा कार्यकर्ता थाने के बंद गेट पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे जिसके बाद वहां तैनात कर्मियों के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई.
भाजपा सांसद ने संवाददाताओं से कहा, "हमारी पार्टी के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई, लेकिन हमें रैली निकालने की अनुमति नहीं दी जा रही है. हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने पीटा और गिरफ्तार किया है, जबकि तृणमूल नेताओं को आज रैली निकालने की अनुमति दी गई थी."
पुलिस ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को रैली निकालने से मना कर दिया गया क्योंकि इससे "क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की समस्या" पैदा हो सकती थी.
मांझी की मौत के बाद बुधवार शाम से क्षेत्र में तनाव बना हुआ है. इलाके में पुलिसकर्मी लगातार गश्त कर रहे हैं.
तृणमूल नेताओं ने दावा किया है कि बदमाशों ने एक पारिवारिक विवाद चलते मांझी पर गोली चलाई थी. नेताओं ने भाजपा पर "मुद्दे का राजनीतिकरण करने" का आरोप लगाया.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)