नई दिल्ली: उत्तर भारत में एक बार फिर मौसम बदलने वाला है. बारिश और बर्फबारी ठंड में मुश्किलें बढ़ाने वाली हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भविष्यवाणी की है कि उत्तर भारत में 4 जनवरी से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिससे हिमालयी क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में बर्फबारी और बारिश हो सकती है. इस दौरान तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. IMD ने यह भी कहा कि अगले 2-3 दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में घना से बहुत घना कोहरा और "कोल्ड डे कंडीशन" बने रहने की संभावना है.
क्या है पश्चिमी विक्षोभ?
पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) एक मौसमीय घटना है जो भूमध्य सागर से आने वाली नमी से भरपूर हवाओं के कारण होती है. यह भारत के उत्तर-पश्चिमी भागों में ठंड के दौरान बर्फबारी और बारिश का कारण बनता है.
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
1 से 3 जनवरी तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी और हल्की बारिश हो सकती है. 4 और 5 जनवरी को बड़े पैमाने पर बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है. मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है.
अपने बयान में आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि अगले दो से तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में दिन के समय ठंड और घने से बहुत घने कोहरे की संभावना है. इसके अलावा, जम्मू और कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में अभी भी शीत लहर की स्थिति बनी हुई है.
कहां-कहां होगा असर?
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का असर मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में दिखेगा. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी का अनुमान है. IMD की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने बताया कि नया पश्चिमी विक्षोभ ठंड में थोड़ी राहत ला सकता है. इसके कारण न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी, जिससे ठंड की तीव्रता कम हो सकती है.