Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ में सिर्फ एक नहीं, 3 जगह मची थी भगदड़? इन्फ्लुएंसर तान्या मित्तल ने बताया, 'मैंने लाशों के मोबाइल से हॉट स्पॉट लेकर प्रशासन को कॉल किया' (Watch Video)
रिपोर्ट के अनुसार, भगदड़ सिर्फ संगम नोज पर नहीं, बल्कि झूंसी और फाफामऊ में भी मची थी. पहली घटना संगम नोज पर रात के वक्त हुई थी.
Maha Kumbh Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ को लेकर एक चौंका देने वाला खुलासा हुआ है. abplive.com की रिपोर्ट के अनुसार, भगदड़ सिर्फ संगम नोज पर नहीं, बल्कि झूंसी और फाफामऊ में भी मची थी. पहली घटना संगम नोज पर रात के वक्त हुई, जब भीड़ का दबाव बढ़ने के कारण बैरेकेडिंग टूट गई और लोग एक-दूसरे को रौंदते हुए इधर-उधर भागने लगे. इसके बाद महावीर मार्ग पर भी भगदड़ मच गई, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए.
तीसरी घटना फाफामऊ के पांटून पुल पर हुई, जहां भारी भीड़ के कारण पुल में लकड़ियां टूट गईं और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई.
मौनी अमावस्या से पहले तीन जगह भगदड़ का दावा
इन्फ्लुएंसर तान्या मित्तल ने सुनाई झूंसी भगदड़ की आपबीती
'लाशों के मोबाइल से हॉट स्पॉट लेकर कॉल किया'
सोशल इन्फ्लुएंसर तान्या मित्तल ने, जो झूंसी भगदड़ के वक्त घटनास्थल पर मौजूद थी. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर लोगों का दम घुट रहा था और कई लोग अपने बच्चों को छोड़कर भाग रहे थे. तान्या ने कहा, "इतने लोग मर रहे थे, संदीप तो लाशें उठा रहा था. लोग बिना पानी के बदहवास थे. स्थिति इतनी भयावह थी कि एक स्टोर में लोग घुसकर अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहे थे. मैंने लाशों लोगों के मोबाइल फोन से हॉटस्पॉट लिया और प्रशासन के उन लोगों को फोन किया जिनके नंबर मेरे पास थे"
प्रशासन की चुप्पी पर उठ रहे सवाल
हालांकि, संगम नोज के अलावा अन्य दो भगदड़ की घटनाओं पर शासन और प्रशासन की प्रतिक्रिया नहीं आई है. तान्या मित्तल समेत कई अन्य लोग इस हादसे के बाद प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं. सभी यह चाहते हैं कि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं.