देहरादून: नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को रद्द करने और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान दिल्ली की सीमाओं पर 59वें दिन भी डटे हुए है. इस बीच उत्तराखंड (Uttarakhand) में किसानों और पुलिस के बीच झड़प की खबर मिली है. दरअसल प्रदर्शनकारी किसान तीनों कृषि कानूनों के विरोध में देहरादून स्थित राजभवन तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो हाथापाई शुरू हो गई. Farmers Protest: पंजाब सरकार का बड़ा फैसला, आंदोलन के दौरान मारे गये किसानों के परिवार के एक सदस्य को देगी नौकरी
न्यूज़ एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किये गए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर हरिद्वार-देहरादून रोड से राजभवन की ओर बढ़ रहे है. लेकिन लच्छीवाला (Lachhiwala) में पुलिस किसानों के मार्च को रोकने की पूरी कोशिश करती है. तभी किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच हाथापाई शुरू हो जाती है.
#WATCH Uttarakhand: A scuffle breaks out between farmers and Police as the latter try to stop them from marching to Raj Bhavan in Dehradun, in protest against #FarmLaws. Visuals from Haridwar - Dehradun Road in Lachhiwala. pic.twitter.com/DSN7iEP4kz
— ANI (@ANI) January 23, 2021
उल्लेखनीय है कि 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में ट्रैक्टर रैली आयोजित करने को लेकर किसान नेताओं और पुलिस के बीच की बातचीत बेनतीजा रही है. दोनों ही पक्ष अपने रुख पर अड़े है. इस बीच, किसान संगठनों का कहना है कि शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी सरकार की है.
ख़बरों के मुताबिक शुक्रवार को बैठक के दौरान गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा का हवाला देकर पुलिस अधिकारियों ने किसान संगठनों के नेताओं से अनुरोध किया कि वे दिल्ली से बाहर ट्रैक्टर रैली निकालें. बैठक के बाद एक किसान नेता ने कहा कि वे दिल्ली में बाहरी रिंग रोड पर ही अपनी रैली निकालेंगे और इससे कम पर वे राजी नहीं हैं. उधर, प्रदर्शनकारी किसान नेताओं ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के दौरान उनमें से चार लोगों की हत्या किए जाने और अशांति पैदा करने की साजिश एजेंसियां रच रही है. (एजेंसी इनपुट के साथ)