Vice President Election: दिल्ली में 16 जुलाई को बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक, उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर लगेगी अंतिम मुहर
बीजेपी - पप्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits PTI)

 Vice President Election: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाने के लिए भाजपा अपने संसदीय बोर्ड की बैठक (BJP Parliamentary Board Meeting) बुलाने जा रहा है. बताया जा रहा है कि पार्टी की सर्वोच्च निर्णय करने वाली इकाई- भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक 16 जुलाई को हो सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस बैठक में मौजूद रह सकते हैं: भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष की मौजूदगी में शनिवार को होने वाली इस बैठक में भाजपा उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगा सकती है.

बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान ही भाजपा नेता एनडीए में शामिल घटक दलों के नेताओं के साथ ही फोन पर विचार विमर्श करेंगे और इसके बाद एनडीए उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. भाजपा की तरफ से उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार कौन होगा, इसे लेकर कयासों का दौर भी जारी है और कई नामों को लेकर अटकलें लगाई जा रहीं हैं.  हालांकि भाजपा आलाकमान के स्टाइल को देखते हुए तो यही दावा किया जा रहा है कि इस बार भी चौकाने वाला कोई ऐसा नाम आ सकता है, जिसका विरोध करना विरोधी दलों के लिए भी संभव नहीं होगा. यह भी पढ़े: Vice President Election: पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह हो सकते हैं NDA के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, 6 अगस्त को होना है चुनाव

आपको बता दें कि, देश के अगले उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 19 जुलाई है और अगर एक से ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में रहे तो उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को चुनाव होगा और नतीजों की घोषणा भी उसी दिन कर दी जाएगी.

उपराष्ट्रपति चुनाव में लोक सभा और राज्य सभा के सदस्य मतदान करने के पात्र होते हैं. आंकड़ों की बात करें तो एनडीए गठबंधन का पलड़ा भारी है. हालांकि भाजपा अभी भी विरोधी दलों के स्टैंड का इंतजार कर रही है कि वो इस पद के लिए सर्वसम्मति से उम्मीदवार का चयन करने के लिए तैयार होती है या फिर राष्ट्रपति चुनाव की तरह इस पद के लिए भी कोई साझा उम्मीदवार खड़ा करती है.