नई दिल्ली, 9 फरवरी 2021. उत्तराखंड (Uttarakhand Glacier Burst) के चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में रविवार के दिन अचानक आयी बाढ़ से हुए नुकसान के बाद अब हालात सुधरने लगे हैं. राहत और बचावकार्य में काफी तेजी आयी है. इस हादसे में मरने वालों की संख्या 26 हो गई है. जबकि 171 लोग अभी भी लापता हैं. इसी बीच उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कुल 26 शव अभी तक बरामद हुए हैं.
बता दें कि उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि टनल में थोड़ा और आगे बढ़े हैं, अभी टनल खुली नहीं है. हमें उम्मीद है कि दोपहर तक टनल खुल जाएगी. कुल 26 शव बरामद हुए हैं. देहरादून के आईटीबीपी के डीआईजी अपर्णा कुमार ने कहा कि कल रातभर वहां (तपोवन टनल) आर्मी, ITBP, SDRF और NDRF की टीम मलबा निकालने में लगी हुई थी. ज़्यादा से ज़्यादा मलबा निकालने की पूरी कोशिश की जा रही है. यह भी पढ़ें-Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड ग्लेशियर हादसे में अब तक 26 शव बरामद, 197 लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
ANI का ट्वीट-
Rescue operation at the tunnel (in Chamoli) is underway, we are hopeful that we'll be able to clear the way by noon: Ashok Kumar, DGP #Uttarakhand pic.twitter.com/f6AydmblRd
— ANI (@ANI) February 9, 2021
तपोवन टनल में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान जारी, देखें वीडियो-
#WATCH उत्तराखंड: तपोवन टनल में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव अभियान अभी चल रहा है। (वीडियो सोर्स-SDRF) pic.twitter.com/PSOUEWS1AH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2021
वहीं इस घटना के बाद केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने प्रभावित इलाके का दौरा किया है. साथ ही उन्होंने बताया कि एनटीपीसी की निर्माणाधीन 480 मेगावाट तपोवन विष्णुगाड परियोजना को अनुमानित 1,500 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है. बचाव और राहत कार्य में बुलडोजर, जेसीबी आदि भारी मशीनों का समावेश है.