लखनऊ: कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार ने छठ पूजा (Chhath Puja 2020) के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है. राज्य सरकार ने सभी भक्तों से अपने घरों पर या अपने घरों के पास ही छठ पर्व मनाने की अपील की है. साथ ही साथ श्रद्धालुओं के लिए नदियों, तालाबों और अन्य जल निकायों के किनारे जिला प्रशासन द्वारा अर्ध्य दिये जाने की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. झारखंड में नदी, तालाबों के किनारे छठ पूजा करने की मिली अनुमति, संशोधित दिशानिर्देश जारी
देशभर में इस साल महापर्व छठ 19-20 नवंबर को पारम्परिक रूप से मनाया जायेगा. कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने के लिये छठ पूजा पर राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर कड़े उपाय कर रही है. उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मंगलवार को जारी एक अधिसूचना में निम्नलिखित निर्देशों का अनुपालन कराये के लिए कहा गया है.
- छठ पूजा पर्व के अवसर महिलाओं को प्रेरित किया जाये कि वे इस पर्व को यथा संमव घर पर ही मनाये अथवा घर के निकट ही मनाये
- नदी/तालाब के किनारे पारम्परिक स्थानों पर पूर्व की भाँति नगर निगम/नगर निकाय व जिला प्रशासन द्वारा अर्ध्य दिये जाने की समुचित व्यवस्था की जाये
- नदी/तालाबों के किनारे शौचालय एवं साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाये
- नदी/तालाब के किनारे पारम्परिक स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की जाये
- घाटों पर महिलाओं के लिये चेन्जरूप की समुचित व्यवस्था की जाये
- पूजा स्थल पर एम्बुलेंस व चिकित्सकों की टीम तैनात की जाये
- घाटों में पानी के बहाव की समुचित व्यवस्था के साथ लोग गहरे पानी में न जाने पाये, इसके लिए व्यवस्था की जाये
- पूजा स्थलों/घाटों पर पहुँचने के लिए सीढ़ियों का इंतजाम किया जाये
- पूजा स्थलों की निगरानी के लिए CCTV लगाये जाये
- छठ के घाटों एव पूजा स्थल पर मजिस्ट्रेट/पुलिस अधिकारीयों की तैनाती की जाये
- पेय जल व्यवस्था, स्वच्छता और सेनेटाइजेशन के लिए जरुरी कदम उठाये जाये
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जायेगा
- सभी कार्यकमों में दो गज की दूरी व मास्क का प्रयोग अनिवार्य होगा
- किसी प्रकार के कार्यकम के आयोजन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों का पालन कराये जाने का दायित्व भी कार्यकम के आयोजक का होगा.
कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के मद्देनजर पर्वो और त्योहारों में पूरी सावधानी बरतने के निर्देश दिये थे. सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा थे कि दिवाली से लेकर छठ पर्व तक व्यापक सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि इन पर्व के दौरान लोग आपस में मुलाकात करते हैं.