लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और पड़ोसी राज्य उत्तराखंड (Uttarakhand) में जहरीली शराब (Spurious Liquor) पीने से हुए दो बड़े हादसों के कथित मुख्य आरोपी सरदार हरदेव को गिरफ्तार कर लिया गया है. रविवार को हुए इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 116 हो गई है. वहीं मामलें की जांच की जिम्मेदारी एसआईटी को सौपी गई है. अब तक 215 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चूका है.
इस मामले में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों ही प्रदेशों की पुलिस ने संयुक्त रूप से विशेष अभियान चलाया था. इस मामले में हरिद्वार व सहारनपुर पुलिस की संयुक्त टीम जांच कर रही थी. इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी के मुताबिक जिस जहरीली शराब से इतने लोगों की मौत हुई है उसे बनाने के लिए 35 बोतल कच्ची शराब हरदेव ने ही दिया था. जिसके बाद पुलिस लगातार हरदेव की तलाश में दबिश दे रही थी. छापेमारी के दौरान उसकी शराब की भट्ठी को नष्ट कर दिया गया.
पुलिस के मुताबिक, इस मामलें में पकड़े गए फकीरा और उसके पुत्र सोनू ने जांच अधिकारियों को बताया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश से अवैध शराब खरीदी और उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के एक गांव बालूपुर और इसके आस-पास के गांवों में बेच दिया. दोनों आरोपी बालूपुर के रहने वाले हैं. आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्होंने जो शराब खरीदी थी, उसका रंग भी सामान्य नहीं था और उसमें डीजल की महक थी. यह दूध की तरह दिख रहा था और डीजल की तरह महक भी रहा था.
इन मौतों के बाद पुलिस कार्रवाई में उत्तर प्रदेश से 9,269 लीटर जबकि उत्तराखंड से 1,066 लीटर जहरीली शराब जब्त की गई. उत्तर प्रदेश में कुल 215 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि 297 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. उत्तराखंड में 49 मामले दर्ज किए गए हैं.
उधर, उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब पीने से हुई मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुछ लोग प्रदेश का माहौल खराब करने का षडयंत्र कर रहे हैं लेकिन हम दोषियों को ऐसी सजा दिलाएंगे कि आने वाले समय में इस तरह के षडयंत्रकारियों के लिए वह सबक बने.