यूपी के मिस्त्री ने उत्तराखंड में की आत्महत्या, गांव लौटने के लिए था परेशान
फांसी का फंदा (Photo Credits: Pixabay)

देहरादून: राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में प्रवासी मजदूर फंसे हुए है. महामरी के बाद लगी बंदी के चलते रोजगार छिन चुका है, जिससे प्रवासी मजदूरों की हालत दर्दनीय हो गई है. उनके सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है. उत्तराखंड (Uttarakhand) में ऐसे ही एक मजबूर प्रवासी मजदूर ने आत्महत्या (Suicide) कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है.

मिली जानकारी के मुताबिक मृतक पेशे से मिस्त्री (Mason) है और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का निवासी है. पुलिस ने बताया कि वह उत्तराखंड से अपने घर लौटना चाहता था. लेकिन कोई रास्ता नहीं निकलने पर सोमवार शाम नैनीताल (Nainital) जिले के हल्द्वानी (Haldwani) में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पंजाब से उत्तराखंड आया ट्रक चालक संक्रमित

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. बताया जा रहा है कि मृतक ने अपने किराए के मकान पर फांसी लगाकर जान दे दी. उसके साथ रहने वाले अन्य ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. उत्तराखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के चार नये मामले सामने आये, कुल संख्या बढ़ कर 67 हुई

हल्द्वानी के थाना प्रभारी संजय कुमार (Sanjay Kumar) ने कहा कि 45 वर्षीय मजदूर अन्य मजदूरों के साथ हल्द्वानी के हरिपुर पूर्णानंद गांव (Haripur Purnanand) में किराए के मकान में रहता था. कुमार ने कहा कि यह घटना तब सामने आई जब शाम को अन्य मजदूर कमरे में लौटे तो उसका शव छत से लटका मिला.

प्रारंभिक जांच के दौरान, यह पता चला कि वह यूपी के बरेली इलाके का था और अपने घर वापस जाना चाहता था. इसके लिए उसने खुद का रजिस्ट्रेशन भी कराया था. हालांकि पुलिस ने साफ कहा है कि आत्महत्या की असल वजह जांच पूरी होने के बाद और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगी.