Uttar Pradesh: जिला प्रशासन ने वाराणसी के मंदिरों में प्रवेश के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट किया अनिवार्य
जिला प्रशासन ने वाराणसी के मंदिरों में प्रवेश के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट किया अनिवार्य
लखनऊ: कोविड-19 (COVID-19) के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच वाराणसी जिला प्रशासन ने काशी विश्वनाथ मंदिर, संकटमोचन मंदिर और अन्नपूर्णा मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है. जिला प्रशासन ने नए कोविड-19 पॉजिटिव मामलों के बढ़ते आंकड़ों के मद्देनजर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को तीर्थ यात्रा पर जाने से बचने की सलाह दी है. संभागीय आयुक्त दीपक अग्रवाल और जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा के अनुसार, लोगों को धर्मस्थलों, धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर एकत्र होने से हतोत्साहित करने का निर्णय लिया गया.
आयुक्त ने कहा, "अब काशी विश्वनाथ, अन्नपूर्णा मंदिर और संकट मोचन सहित प्रमुख मंदिरों में प्रवेश करने को लेकर लोगों के लिए आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है. मेहमानों को ठहराने के लिए होटलों के लिए भी इसी तरह का प्रावधान किया गया है। यह कदम दक्षिणी, पश्चिमी और पूर्वी राज्यों के तीर्थयात्रियों की निरंतर आमद को देखते हुए उठाया गया है. यह भी पढ़े: उत्तर प्रदेश में कोरोना के रिकॉर्ड केस, एक दिन में 20510 नए मामले, 67 की मौत
उन्होंने आगे कहा, "हम श्रद्धालुओं से भी अपील कर रहे हैं कि वे कोविड-19 महामारी की ताजा लहर के मद्देनजर काशी आने से बचें. अन्य शहरों के लोगों से भी आग्रह किया जाता है कि वे केवल इमरजेंसी की स्थिति में ही शहर का दौरा करें. शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच गंगा नदी के किनारे घाटों पर जाने पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया गया है.
वाराणसी में पिछले कुछ दिनों खासकर पिछले 10 दिनों में कोरोनावायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यहां 1,000 से अधिक मामले रोजाना दर्ज किए जा रहे हैं, जबकि सक्रिय (एक्टिव) मामलों की संख्या भी 10 हजार के पास पहुंच चुकी है.